- पूरे देश में कोरोना के अब तक 700 से ज्यादा केस
- महाराष्ट्र, केरल सबसे ज्यादा प्रभावित
- कोरोना का संक्रमण और न फैले इसके लिए 24 मार्च से 21 दिन के लिए लॉकडाउन
नई दिल्ली। देश में 21 दिनों का लॉकडाउन है, वजह आप सब जानते हैं,कोरोना वायरस की वजह से देश के अलग अलग हिस्सों में 700 से ज्यादा लोग अस्पतालों में भर्ती हैं। लेकिन भारत में इसकी कहानी कहां से शुरू हुई और किस तरह यह फैलता गया इसके बारे में जानकारी देंगे। इससे पहले यह जानना जरूरी है कि मार्च के महीने में पहली तारीख से लेकर 10-10 दिन के अंतराल में कोरोना संक्रमित लोगों की तादाद कितनी थी। एक मार्च से लेकर 10 मार्च तक कोरोना मरीजों की संख्या 50 से कम थी लेकिन 10 मार्च से लेकर 20 मार्च के बीच यह संख्या 196 जा पहुंची। अगर 20 मार्च से लेकर आज की तारीख की बात करें तो यह संख्या 700 के पार है।
30 जनवरी को रिपोर्ट हुआ था पहला केस
30 जनवरी को एक खबर ने हलचल मचा दी। केरल में पहला पॉजिटिव केस थ्रिसुर में रिपोर्ट किया गया था। वुहान में पढ़ने वाला एक छात्र अपने घर वापस आया था और खांसी जुकाम की शिकायत के बाद जब टेस्ट हुआ तो पता चला की वो कोरोना संक्रमित है। उस छात्र को क्वारंटाइन में रखा गया। लेकिन चार दिन बाद यानि तीन मार्च को केरल के कासरगोड और अलप्पुझा से दो और मामले सामने आये और दोनों छात्र भी चीन से वापस लौटे थे। इस तरह के केस मिलने के बाद केरल सरकार ने हेल्थ इमरजेंसी लगाने की बात कही गई।
केरल सरकार इसे लेकर संजीदा थी और करीब 3500 लोगों को अलग थलग रखा गया। कुछ दिनों के इलाज के बाद सबको डिस्चार्ज कर दिया गया। इसी बीच भारत सरकार की तरफ से भी चीन के वुहान से भारतीय छात्रों को लाने की मुहिम शुरू हुई और दिल्ली में सभी छात्रों को क्वारंटाइन किया गया और ऐसा लगने लगा कि अब हालात नियंत्रण में है। इस तरह के करीब फरवरी पर कहीं से कोरोना संक्रमण जैसी खबर नहीं आई। लेकिन 2 मार्च को कुछ अलग ही तस्वीर सामने आई।
2 मार्च के बाद एकाएक बदली तस्वीर
2 मार्च को दिल्ली और हैदराबाद में एक-एक मामले दर्ज किए गए। दोनों लोगों में से एक इटली और एक दुबई की यात्रा कर लौटा हुआ था। ये वो देश से जहां कोरोना अपना रंग दिखा रहा था। सबसे बड़ी बात यह है कि शुरू शुरू में उन्हीं लोगों में कोरोना के लक्षण पाए गए थे जो विदेश से लौटे थे। लेकिन अब जो मामले दर्ज किए जा रहे हैं उसमें एक इंसान से दूसरे इंसान के बीच संपर्क में है। दिल्ली के मौजपुर इलाके में मोहल्ला क्लिनिक के एक डॉक्टर में कोरोना का संक्रमण मिला और उसकी वजह से पत्नी और बेटी में भी संक्रमण का मामला सामने आया। इसके बाद करीब 800 लोगों को क्वारंटाइन किया गया है। बता दें कि जिस महिला ने मोहल्ला क्लिनिक में इलाज कराया था वो सऊदी अरब से लौटी थी।