पटना : चीन में कोरोना वायरस के बढ़ते कहर के बीच भारत सहित दुनिया के अन्य देशों में भी इसका खौफ बढ़ता जा रहा है। हालांकि अभी इसका कोई ठोस प्रमाण सामने नहीं आया है कि यह वायरस किस तरह फैला, लेकिन माना जा रहा है कि यह चीन के वुहान शहर में एक सी-फूड मार्केट से लोगों तक पहुंचा और अब इंसानों से इंसानों को संक्रमित कर रहा है। इसे देखते हुए लोगों को खानपान को लेकर भी सतर्कता बरतने के लगातार निर्देश दिए जा रहे हैं।
चीन ने पहले ही अपने नागरिकों से नॉन-वेज क बजाय हरी साग-सब्जियां और फल खाने को कहा है। अब कोरोना वायरस के बढ़ते खौफ के बीच भारत में सीमावर्ती इलाकों में तैनात जवानों से भी कहा गया है कि वे नॉनवेज खाने से परहेज करें और इसके बदले पनीर, खीर जैसी चीजें खाएं। भारत-नेपाल सीमा तैनात एसएसबी के जवानों के लिए यह निर्देश दिया गया है और कहा गया है कि अगले आदेश तक वे मेस में नॉनवेज खाने से बचें।
भारत-नेपाल बॉर्डर पर रक्सौल (पूवीं चंपारण), बैरगानिया, भिट्ठामोड़ (सीतामढ़ी) और जोगबानी (अररिया) चेकपोस्ट पर चीन और तिब्बत से आने वाले नागरिकों की जांच के लिए विशेष टीम की तैनात की गई है। अधिकारियों का कहना है कि जहां एसएसबी के सभी जवानों को कोरोना वायरस को लेकर अलर्ट किया गया है, वहीं विभिन्न सीमा चौकियों पर 24 घंटे डॉक्टर, कंपाउंडर और एंबुलेंस की व्यवस्था भी की गई है।
कोरोना वायरस को लेकर बढ़ते खौफ के बीच भारत-नेपाल सीमा से सटी चौकियों पर एसएसबी जवानों के लिए यह निर्देश ऐसे समय में आया है, जबकि डॉक्टरों का कहना है कि अंडा या नॉनवेज खाने से यह बीमारी नहीं फैली है और न ही चाइनीज फूड किसी तरह से खतरनाक है। इसकी वजह जिस वायरस को बताया जा रहा है, वह चमगादड़ में पाया जाता है और ऐसा माना जा रहा है कि चमगादड़ से वह वायरस सांप में गया, जिसके बाद उसने अपना जीनोम बदल लिया और अधिक खतरनाक होकर इंसानों से इंसानों को संक्रमित करने लगा।