तिरुवनंतपुरम : केरल में अब तक कोरोना वायरस के तीन मामलों की पुष्टि हो चुकी है, जबकि 100 से अधिक लोगों को ऑब्जर्वेशन में रखा गया है। इस बीच पुलिस की ओर से एक बड़ा कदम उठाया गया है, जिसमें सड़कों से गुजरने वाले लोगों में यह जांच करने के लिए कि उन्होंने शराब पी रखी है या नहीं, फिलहाल ब्रीद एनालाइजर का इस्तेमाल नहीं किया जाएगा। राज्य में कोरोना वायरस के कई मामलों के सामने आने को देखते हुए ऐहतियातन यह कदम उठाया जा रहा है।
केरल पुलिस की ओर से इस संबंध में एक बयान जारी कर इसकी जानकारी दी गई है। साथ ही कहा गया है कि राज्य का स्वास्थ्य विभाग इस संक्रामक बीमारी से निपटने के लिए हर आवश्यक कदम उठा रहा है। केरल पुलिस की ओर से जारी बयान में यह भी कहा गया है कि हालांकि ट्रैफिक पुलिस शराब पीकर गाड़ी चलाने वालों की पहचान के लिए अन्य तरीके अपनाती रहेगी।
केरल में कोरोना वायरस के तीन मामले सामने आ चुके हैं। ये सभी ऐसे छात्र हैं, जो चीन के वुहान स्थित एक विश्वविद्यालय में पढ़ते थे। चीन से लौटे 100 से अधिक लोगों में इसकी जांच की गई है, जबकि चीन और कोरोना वायरस से प्रभावित अन्य देशों से यहां की यात्रा करने वाले लगभग 2,000 लोगों को ऑब्जर्वेशन के लिए बनाए गए अलग केंद्र में रखा गया है।
केरल सरकार की ओर से पहले ही स्पष्ट कर दिया गया है कि जिन लोगों को घर में ऑब्जर्वेशन पर रखा गया है, वे कुछ वक्त के लिए सार्वजनिक स्थलों पर न जाएं और सार्वजनिक समारोहों में भी शिरकत न करें। लगभग 75 लोगों को विभिन्न अस्पतालों में बने आइसोलेशन वार्ड में भी रखा गया है, जहां उन पर लगातार नजर रखी जा रही है। कोरोना वायरस के संक्रमण के मद्देनजर ऑब्जर्वेशन का समय 28 दिनों का रखा गया है।