- देशभर में कोरोना वायरस की चपेट में आने वाले लोगों की संख्या 415 पहुंच गई है।
- जनता कर्फ्यू के बाद देश के कई राज्यों में लॉकडाउन का ऐलान किया गया है।
- जानिए कर्फ्यू और लॉकडाउन में क्या अंतर होता है।
देशभर में कोरोना वायरस के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। अब तक इस संक्रामक बीमारी की चपेट में आने वाले लोगों की संख्या 415 पहुंच गई है और सात लोगों की मौत हो चुकी है। कोरोना के संक्रमण को रोकने के लिए सरकार ने रविवार यानी 22 मार्च को सुबह सात बजे से रात के 9 बजे तक जनता कर्फ्यू लगाया था। वहीं शाम तक कुछ राज्यों ने लॉकडाउन का ऐलान कर दिया। बता दें कि देश के 75 जिलों को भी लॉकडाउन किया गया है। वहीं कई लोग कर्फ्यू और लॉकडाउन को एक ही समझते हैं, लेकिन दोनों एक दूसरे से अलग हैं।
क्या होता है कर्फ्यू का मतलब
कर्फ्यू जिस भी इलाके में लगाया जाता है वहां के लोगों को एक समय सीमा तक के लिए घर में रहने का आदेश दिया जाता है। प्रशासन कर्फ्यू आपातकालीन स्थिति में लगाता है। इसके जरिए लोगों को हिदायत दी जाती है कि वह घर में ही रहें, सड़कों पर न निकलें। यह सब कुछ एक प्रशासनिक आदेश के तहत किया जाता है। कर्फ्यू के दौरान स्कूल, कॉलेज, बाजार जैसी जगहें बंद रहती हैं। अगर कोई व्यक्ति कर्फ्यू का उल्लंघन करते हुए पाया जाता है, तो उस पर जुर्माना या फिर उसकी गिरफ्तारी हो सकती है।
क्या होता है लॉकडाउन का मतलब
लॉकडाउन एक इमरजेंसी व्यवस्था है। इसका मतलब होता है अलग-थलग करना। यानी जब किसी इलाके में लॉकडाउन किया जाता है तब वहां के लोगों को इलाके या बिल्डिंग में ही रहने का आदेश दिया जाता है। लॉकडाउन में जब तक बहुत जरूरी न हो तब तक लोगों को बाहर निकलने के लिए मना किया जाता है। वहीं लॉकडाउन में जरूरी सेवाएं चालू रहती हैं। जैसे बाजार,बैंक, सब्जी की दुकानें, अस्पताल और क्लीनिक आदि खुली रहती हैं। वहीं यह प्रशासन पर निर्भर करता है कि कौन सी सेवाओं को चालू रखा जाएगा।
कर्फ्यू और लॉकडाउन में क्या अंतर होता है
कर्फ्यू और लॉकडाउन दोनों अलग-अलग स्थिति में लगाया जाता है। कर्फ्यू किसी इलाके में दंगा या फिर हिंसा को रोकने के लिए लगाया जाता है। इस दौरान बाजार, बैंक आदि सेवाओं को बंद रखा जाता है। कर्फ्यू किसी स्थिति पर काबू पाने के लिए लगाया जाता है। कर्फ्यू खत्म होने के बाद ही बैंक, बाजार जैसी सेवाएं चालू की जाती हैं। वहीं लॉकडाउन में जरूरी सेवाएं बंद नहीं की जाती हैं। बैंक,सब्जी बाजार, अस्पताल और क्लीनिक जैसी सेवाएं लोगों के लिए उपलब्ध रहती हैं। इस व्यवस्था में लोगों की आवश्यक सेवाएं जारी रहती हैं।