- भारत के कई राज्यों को लॉकडाउन कर दिया गया है।
- कोरोना वायरस के बीच क्या बाहर से खाना मंगवाना सुरक्षित है।
- इस स्थिति कोरोना से बचने के लिए फुड डिलीवरी कंपनियों ने खास तैयारी की है।
दुनियाभर के कई देशों में कोरोना वायरस को लेकर हाहाकार मचा हुआ है। इस वायरस की चपेट में आने वाले लोगों की संख्या लगातार बढ़ रही है। भारत के कई राज्यों को लॉकडाउन कर दिया गया है। ऑफिस के कामकाज से लेकर जरूरी सामान तक लाने में लोगों को दिक्कतें आ रही हैं। कई ऐसे नौकरी पेशे वाले हैं, जो ऑनलाइन खाने पर निर्भर हैं। लेकिन मौजूदा स्थिति में बाहर से खाना मंगवाना सुरक्षित है या नहीं ये एक बड़ा सवाल है।
ऑनलाइन खाने की डिलीवरी में क्या कोरोना वायरस का है खतरा
ऑनलाइन डिलीवरी ब्वॉय एक साथ कई जगह से होकर खाना पहुंचाता है। ऐसे में कोराना के संक्रमण का खतरा हो सकता है। इसके अलावा यह जरूरी नहीं कि सिर्फ संक्रमण का खतरा आपको हो, इससे डिलीवरी ब्वॉय को भी खतरा है। एक्सपर्ट के मुताबिक कोरोना वायरस छींकने के दौरान निकलने वाले छीटों के संपर्क में आने से फैलता है। इसके अलावा खांसी या फिर नाक से निकलने वाले पानी से भी फैलता है। ऐसे में इस वक्त लोगों को ऑनलाइन खाना मंगवाने से परहेज करना चाहिए।
अपना ऑर्डर हाथ में लेने से बचें
कोरोना वायरस की वजह से कई कंपनियों ने हाइजिन को लेकर ऐतिहात बरती जा रही है। इसके अलावा किचन की सफाई पर भी नजर रखी जा रही है। इस वक्त कई लोग रेस्टोरेंट की रेडिंग भी हाइजिन देखकर कर रहे हैं। कोरोना वायरस के इस खतरे को देखते हुए कई कंपनियों ने कुछ निर्देश जारी किए हैं, इसके अनुसार डिलीवरी ब्वॉय अब ग्राहक को उसके हाथों में नहीं बल्कि दरवाजे पर ऑर्डर रखेगा। बता दें कि यह सुविधा ऑनलाइन पेमेंट मोड और ऑर्डर्स के लिए हैं। सुरक्षा और हाइजिन के लिए लिहाज से यह कदम उठाया गया है।
फुड डिलीवरी कंपनियों की है खास तैयारी
भारत में जोमैटो जैसी कंपनियां लोगों को कोरोना वायरस को लेकर जागरुक कर रही है। कुछ फूड डिलीवरी ऐप ने पहले की तुलना में चार्ज कम कर दिए हैं। उदाहरण के तौर पर उबर ईटस ने लोकर एरिया में खाना पहुंचाने पर कस्टमर से डिलीवरी चार्ज नहीं कर रही है। इसके अलावा वह रेस्तेरां से कमिशन नहीं ले रहे हैं। इससे ग्राहक को ही फायदा नहीं मिल रहा बल्कि रेस्तेरां भी फायदा मिल रहा है। कंपनियों के मालिक के मुताबिक वह इस वक्त मौजूदा हालात को देखते हुए लोगों की परेशानी को समझ रहे हैं। ऐसे में फायदे को छोड़ वह लोगों की मदद कर रहे हैं। वैसे उनके द्वारा उठाया गया ये कदम वाकई सराहनीय है।