नई दिल्ली: सेना, नौसेना और भारतीय वायुसेना के साथ-साथ रक्षा मंत्रालय के कर्मचारियों ने एक दिन का वेतन देश में कोरोना वायरस के प्रकोप से लड़ने में मदद के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा घोषित राहत कोष में दान करने का फैसला किया है जो कुल मिलाकर करीब 500 करोड़ रुपये होगा। रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने अलग से घोषणा की कि वह एक महीने का वेतन कोष में दान करेंगे।
मोदी ने शनिवार को कोरोना वायरस महामारी से निपटने के लिए ‘प्रधानमंत्री नागरिक सहायता एवं आपात स्थिति राहत कोष’’ (पीएम केयर्स फंड) स्थापना की घोषणा की थी।’ कई केंद्रीय मंत्रियों, निजी संस्थाओं, उद्योगपतियों और सरकारी संगठनों ने प्रधानमंत्री की घोषणा पर प्रतिक्रिया दी है और कोष में योगदान दिया है।
भारत में कोरोना वायरस से संक्रमण के अब तक कुल 979 मामलों की पुष्टि हुई है जबकि इससे 25 व्यक्तियों की मौत हुई है।
रक्षामंत्री ने कहा, ‘मैंने अपना एक महीने का वेतन पीएम केयर्स फंड में दान करने का निर्णय किया है। आप भी इस कोष में योगदान कर सकते हैं और कोविड-19 के खतरे से लड़ने के भारत के संकल्प को मजबूत कर सकते हैं।’
सिंह ने साथ ही कहा कि उन्होंने सांसद स्थानीय क्षेत्र विकास योजना (एमपीलैड) चेयरमैन को पीएम केयर्स फंड के लिए एक करोड़ रुपये जारी करने के लिए कहा है। रक्षा मंत्रालय के एक प्रवक्ता ने कहा कि सिंह ने मंत्रालय के कर्मचारियों द्वारा कोष में एक दिन के वेतन के योगदान के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है।
उन्होंने कहा, ‘अनुमान है कि सेना, नौसेना, वायुसेना, रक्षा सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों और अन्य सहित रक्षा मंत्रालय द्वारा लगभग 500 करोड़ रुपये सामूहिक रूप से कोष में उपलब्ध कराए जाएंगे।’ कर्मचारियों का योगदान स्वैच्छिक है और इससे बाहर रहने के इच्छुक लोगों को छूट दी जाएगी।