उत्तर प्रदेश में कोरोना की रफ्तार पर लगाम लग रही है। टेस्टिंग, ट्रैक व ट्रीट की नीति के चलते महज 6 दिनों में 50 हजार से अधिक कोरोना के मामलों में गिरावट आई है। प्रदेश में 24 घंटे के अंदर 26,780 नए केस सामने आए हैं जबकि 28 हजार से अधिक लोग कोरोना को मात देकर पूरी तरह से स्वस्थ्य हुए हैं। वहीं, प्रदेश में कोरोना संक्रामितों की पहचान के लिए टेस्टिंग भी बढ़ा दी गई है। 24 घंटों में 2.25 लाख से अधिक टेस्ट किए हैं , जिसमें 1.12 लाख टेस्ट आरटीपीसीआर के माध्यम से किए गए।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश में टेस्ट, ट्रैक व ट्रीट को और प्रभावी बनाने के निर्देश अधिकारियों को दिए हैं। इसके अलावा संक्रमण की चेन तोड़ने के लिए कांटेक्ट ट्रेसिंग को मजबूत करने को कहा गया है। प्रदेश में 30 अप्रैल का कोरोना संक्रमण के सर्वाधिक केस सामने आए थे। सीएम के निर्देश पर नीतियों को प्रभावी रूप से अमल में लाने के बाद महज 6 दिनों में कोरोना के मामलों में रिकॉर्ड 50 हजार केसों की गिरावट आई है। लखनऊ में पिछले एक सप्ताह पहले तक 5 हजार से अधिक केस सामने आ रहे थे। महज 6 दिनों में सरकार की कोशिशों ने कोरोना पर लगाम कसने में कामयाबी पाई है।
लखनऊ में 24 घंटे में 1864 नए केस सामने आए हैं जबकि 3755 लोग कोरोना को मात देकर अपने घर चले गए। इसी तरह वाराणसी में 796 नए केस सामने आए हैं जबकि 1065 लोग कोरोना से जंग जीत अस्पताल से डिस्चार्ज हो गए। कानपुर में कोरोना के 782 नए केस सामने आए जबकि 1557 लोग डिस्चार्ज हुए है। इसी तरह प्रयागराज में 517 नए केस सामने आए हैं जबकि 1047 लोगों ने कोरोना को मात दी है। यह वह शहर है जहां पर एक सप्ताह पहले कोरोना तेजी से अपने पैर पसार रहा था।
महाराष्ट्र और दिल्ली से कम हुए यूपी में केस
आबादी के हिसाब से देश में यूपी अव्वल नंबर पर है। महाराष्ट्र व दिल्ली की आबादी यूपी से काफी कम है लेकिन इसके बाद भी महाराष्ट्र व दिल्ली में कोरोना संक्रमण के मामले कम होने का नाम नहीं ले रहे है जबकि आबादी में दोगुना अधिक होने के बाद यूपी की योगी सरकार ने कोरोना की दूसरी लहर पर काबू पाने में कामयाबी पा ली है। यूपी ने ये कारनामा बिना किसी सम्पूर्ण लॉकडाउन के केवल आंशिक कोरोना कर्फ्यू में कर दिखाया। महज एक सप्ताह में कोरोना संक्रमण की रफ्तार में काफी कमी आ गई है। इससे आम जनता को काफी राहत है। वहीं, आबादी में कम होने के बाद महाराष्ट्र व दिल्ली में यूपी से दोगुना केस अधिक निकल रहे हैं।