- ऑल इंडिया हिंदू महासभा के नेशनल प्रेसीडेंट ने कोरोना वायरस पर दिया अजीब बयान
- स्वामी चक्रपाणि महाराज बोले- कोरोना वायरस बीमारी नहीं बल्कि भगवान का अवतार
- भगवान नरसिंह ने मांसाहारियों को सबक सिखाने के लिए कोरोना के रुप में लिया अवतर
नई दिल्ली : कोरोना वायरस ने दुनियाभर में तबाही मचा रखी है। चीन के वुहान शहर से शुरू हुए इस वायरस का प्रकोप अब दुनिया के बड़े हिस्से में फैल गया है। देश में कोरोनो वायरस के कुल मरीजों की संख्या बढ़कर अब 68,500 हो गई है। प्रांतीय स्वास्थ्य आयोग की रिपोर्ट के अनुसार, देश में कोरोनावायरस से सबसे अधिक मौत हुबेई प्रांत में हुई है, यहां 1,596 लोगों की मौत हुई है।
एख तरफ पूरी दुनिया भर के डॉक्टर शोधकर्ता और वैज्ञानिक इस बीमारी की काट ढ़ूंढ़ने में लगे हुए हुए हैं इसी बीच भारत में हिंदू महासभा के एक नेता ने इस पर अजीबोगरीब बयान देकर सुर्खियों में आ गए हैं। हिंदू महासभा के एक नेता इसे वायरस नहीं बल्कि एक अवतार के रुप में देखते हैं।
मांसाहारियों को सजा देने के लिए आए हैं भगवान
उनका मानना है कि कोरोना वायरस एक बीमारी नहीं बल्कि एक अवतार है जो मांसाहारियों को सजा देने के लिए जमीन पर उतरे हैं।यह एक अवतार है जो छोटे-मोटे जीव जंतुओं की रक्षा के लिए जमीन पर उतरे हैं। जो भी इन्हें खाता है, उनके लिए मौत के तौर पर सजा दी जा रही है। ऑल इंडिया हिंदू महासभा के नेशनल प्रेसीडेंट स्वामी चक्रपाणि महाराज ने अजीबोगरीब बयान दिया है।
कोरोना के रुप में भगवान नरसिंह ने लिया है अवतार
भले ही उनके बयान सही हो या गलत लेकिन इस बयान के जरिए वे सुर्खियों में जरूर आ गए हैं। उन्होंने कहा है कि भगवान नरसिंह ने कोरोना वायरस के रुप में धरती पर अवतार लिया है। कहा है कि जानवरों को मारने से रोकने और मांसाहारियों को शाकाहारियों में बदलने के लिए उन्हें सबक सिखाने आए हैं।
कोरोना की मूर्ति बनाकर शी जिनपिंग मांगें माफी
हिंदू नेता के मुताबिक चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग को कोरोना की एक मूर्ति बनानी चाहिए और उनसे माफी मांगनी चाहिए। साथ ही उस मूर्ति के सामने चीनियों को शपथ लेनी चाहिए कि वे कभी भी आगे से मांस नहीं खाएंगे और मासूम जानवरों को नहीं मारेंगे। इसके बाद ही कोरोना का प्रकोप खत्म होगा।
उन्होंने आगे कहा कि अगर चीनी इसका पालन करते हैं तो कोरोना अपनी दुनिया में वापस चला जाएगा। भारत में हुए कम असर पर हिंदू नेता ने कहा कि चूंकि भारत के लोग भगवान की पूजा करते हैं और गौ रक्षा में यकीन करते हैं इसलिए उनमें कोरोना से लड़ने की क्षमता है।
पहले भी कोरोना पर दे चुके हैं ऐसे बयान
आपको बता दें कि ऐसा पहली बार नहीं है जब स्वामी चक्रपाणि महाराज ने कोरोना वायरस को लेकर इस तरह का अजीबोगरीब बयाव दिया है। इसके कुछ समय पहले भी उन्होंने इस बीमारी के इलाज के लिए एक अजीब सा नुस्खा बताया था।
स्वामी जी ने बताया कि जानलेवा कोरोनावायरस से बचने के लिए गौमूत्र और गोबर का इस्तेमाल किया जा सकता है। इतना ही नहीं उन्होंने ये भी कहा कि कोरोनावायरस के कीटाणुओं को मारने और पूरी दुनिया से इसका प्रकोप खत्म करने के लिए एक खास तरह का यज्ञ भी कराया जाएगा।
उन्होंने आगे कहा कि गोमूत्र और गोबर का सेवन करने से संक्रामक कोरोनावायरस का प्रभाव खत्म हो जाएगा। अगर कोई शख्स ओम नम: शिवाय बोलते हुए अपने शरीर पर गोबर का लेप लगाता है तो कोरोनावायरस से उसकी जान बच सकती है।