नई दिल्ली: सरकार की तरफ से सलाह दी गई है कि घरों से बाहर निकलने पर घर में बने मास्क पहने जाएं। सरकार ने घर पर बने मास्क पहनने संबंधी परामर्श में कहा है कि मास्क के प्रयोग से व्यापक रूप से समुदाय को कोविड-19 से बचाने में मदद मिलेगी। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भी अपने देशवासियों को स्वेच्छा से गैर-चिकित्सीय मास्क का इस्तेमाल करने का सुझाव दिया है। अमेरिका के रोग नियंत्रण एवं रोकथाम केंद्र (CDS) का हवाला देते हुए ट्रंप ने लोगों से स्कार्फ या घर पर बने कपड़े के मास्क से चेहरा ढकने लेकिन चिकित्सा वाले मास्क स्वास्थ्यकर्मियों के लिए छोड़ने का अनुरोध किया है।
सरकार द्वारा बताया गया है कि दुकान से खरीदा गया डिस्पोजेबल मास्क केवल एक बार इस्तेमाल किया जा सकता है, जबकि घर पर बने मास्क का पुन: उपयोग किया जा सकता है। इसे आसानी से सूती कपड़े से बनाया जा सकता है। उपयोग के बाद इसे आसानी से साफ किया जा सकता है।
विश्लेषण बताता है कि यदि 50 प्रतिशत जनसंख्या नियमित रूप से मास्त पहनती है, तो केवल 50 प्रतिशत आबादी ही वायरस से संक्रमित होगी। अगर 80 प्रतिशत जनसंख्या मास्क पहनती है, तो यह प्रकोप पूरी तरह से रोका जा सकता है।
घर में मास्क बनाने की नियमावली
कोविड 19 की रोकथाम के लिए सरकार ने घर में मास्क बनाने की नियमावली जारी की है। इसके माध्यम से आप जान सकते हैं कि घर पर ही मास्क कैसे बनाएं। मास्क का उपयोग कैसे किया जाए, मास्क को लेकर क्या सावधानियां बरतनी चाहिए, ये भी इसमें बताया गया है।
यहां पढे़ं घर में बने मास्क पर नियमावली
घर पर बने मास्क को धोना जरूरी
इसमें बताया गया है कि घर में बनाए हुए मास्क संक्रमित व्यक्ति से निकली कोरोना वायरस की बूंदों को श्वसन प्रणासी में प्रवेश करने की संभावना को केवल कम करते हैं। वे पूरी सुरक्षा नहीं देते। जैसा कि निर्देश दिया गया है, पुन: प्रयोग में आने वाले मास्क को हर दिन धोकर गर्मी में सुखाना आवश्यक है। बिना धोए पुन: उपयोग कभी नहीं कीजिए। भीड़ वाले क्षेत्रों में मास्क पहनना विशेष रूप से उपयोगी है।