मुंबई : मनी लॉन्ड्रिंग रोकथाम अधिनियम (पीएमएलए) की एक विशेष अदालत ने इकबाल मिर्ची की पत्नी और उसके दो बेटों को अपने सामने पेश होने के लिए नोटिस जारी किया है। कोर्ट ने इन सभी को अगले साल 21 फरवरी को पेश होने के लिए कहा है। कोर्ट ने मिर्ची की पत्नी हाजरा मेनन और उसके बेटों जुनैद एवं आसिफ को जारी नोटिस में कहा है कि वे उसके सामने यदि पेश नहीं होते हैं तो उन्हें भगोड़ा आर्थिक अपराधी घोषित कर दिया जाएगा। मिर्ची की संपत्तियों की जांच प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) कर रहा है।
ईडी की मांग पर कोर्ट ने जारी किया नोटिस
गत तीन दिसंबर को ईडी ने एक याचिका दायर कर जुनैद इकबाल मेमन, आसिफ इकबाल मेमन और हाजरा मेमन (मिर्ची की पत्नी) को भगोड़ा आर्थिक अपराधी घोषित करने की मांग की थी। ईडी की दलील स्वीकार करते हुए विशेष कोर्ट ने इन तीनों लोगों को 16 फरवरी को अपने समक्ष पेश होने का निर्देश दिया।
अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद का दायां हाथ था मिर्ची
ईडी ने उनकी संपत्ति कुर्क करने की भी मांग की है। उनकी कुछ संपत्ति मुंबई में है। बताया जाता है कि तीनों व्यक्ति विदेश में हैं और ईडी के समन तथा अदालत द्वारा पूर्व में जारी किए गए वारंटों की अनदेखी कर रहे हैं। मिर्ची मादक पदार्थों की तस्करी और फिरौती वसूली के अपराध में अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम का कथित तौर पर दायां हाथ था। मिर्ची की 2013 में मौत हो गई थी। ईडी ने कोर्ट से इन सभी की संपत्तियां जब्त करने की मांग की है।