हैदराबाद : देश कोविड-19 की दूसरी लहर से जूझ रहा है। संक्रमण के बढ़ते मामलों में बीते कुछ दिनों में कमी दर्ज की गई है, लेकिन विशेषज्ञ लगातार तीसरी लहर को लेकर भी आगाह कर रहे हैं। इस बीच टीकाकरण को लेकर भी तेजी अपनाई जा रही है, जिसे संक्रमण से बचाव में अहम माना जा रहा है। इसी क्रम में सवाल उठ रहे हैं आखिर बच्चों का टीकाकरण कब होगा?
इस संबंध में भारत बायोटेक की ओर से अहम जानकारी सामने आई है। कोवैक्सीन के निर्माता भारत बायोटेक के एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक, इस टीके का बच्चों पर 'क्लिनिकल ट्रायल' जून से शुरू किया जा सकता है। भारत बायोटेक के 'बिजनेस डेवलपमेंट एंड इंटरनेशनल एडवोकेसी' प्रमुख रेचेस एला ने फिक्की महिला संगठन (एफएलओ) के सदस्यों के साथ डिजिटल बातचीत में कहा कि भारत बायोटेक को बच्चों पर टीके के 'ट्रायल' की अनुमति मिल गई है और इसे 1 जून से शुरू किया जा सकता है।
किस उम्र के बच्चे ट्रायल में होंगे शामिल?
इस ट्रायल में दो साल के बच्चों से लेकर 18 वर्ष तक के किशोरों को शामिल किए जाने की जानकारी सामने आ रही है। एफएलओ की ओर से जारी बयान के मुताबिक, एला ने यह भी कहा कि कोई भी टीका 100 प्रतिशत सुरक्षा नहीं दे सकता। वैक्सीन के प्रभाव को 100 प्रतिशत तक बढ़ाने के लिए कोविड-19 से बचाव के नियमों का पालन करना होगा। उन्होंने कहा कि टीके के कुछ सामान्य दुष्प्रभाव हैं, लेकिन इनके कारण किसी को टीका लगवाने से डरना नहीं चाहिए।
यहां उल्लेखनीय है कि भारत में टीकाकरण की शुरुआत 12 जनवरी से हुई थी, जिसमें स्वास्थ्यकर्मियों व फ्रंटलाइन वर्कर्स को प्राथमिकता दी गई। दूसरे चरण में 60 वर्ष और 45 वर्ष से अधिक की उम्र के उन लोगों के टीकाकरण को प्राथमिकता दी गई, जो किसी तरह की बीमारियों से पहले से जूझ रहे थे। वहीं, देश में संक्रमण की दूसरी लहर के बीच फिलहाल सरकार ने 18 साल से अधिक उम्र के सभी लोगों के टीकाकरण को मंजूरी सरकार ने दी है।