नई दिल्ली : कोविड-19 के खिलाफ सरकार के अभियान का असर दिखने लगा है। पर्यावरण सचिव एवं उच्चाधिकार प्राप्त समूह-2 के चेयरमैन सीके मिश्रा ने गुरुवार को बताया कि कोरोना वायरस की वृद्धि नियंत्रित करने में सरकार सफल हुई है। यह वृद्धि बहुत ज्यादा नहीं है। लॉकडाउन के 30 दिनों में कोरोना के फैलाव एवं संक्रमण रोकने में केंद्र सरकार के प्रयासों के सकारात्मक नतीजे देखने को मिले हैं। देश में कोरोना वायरस की स्थिति पर अवगत कराते हुए मिश्रा ने कहा कि लॉकडाउन के दौरान सरकार ने खुद को भविष्य के लिए तैयार किया है। बता दें कि सरकार ने लॉकडाउन के दौरान चिकित्सा उपकरणों एवं जरूरी दवाओं की आपूर्ति में कमी जैसी समस्याओं से निपटने के लिए गत 30 मार्च को उच्चाधिकार प्राप्त 11 समूहों का गठन किया। ये समूह लॉकडाउन से उपजी चुनौतियों का समाधान निकाल रहे हैं।
प्रेस ब्रीफिंग की महत्वपूर्ण बातें
- सीके मिश्रा ने बताया कि देश के 3773 स्वास्थ्य सुविधा केंद्रों में 1,94,026 आइसोलेशन, 24,644 आईसीयू बेड्स और 12371 वेंटीलेटर्स हैं।
- देश के लोग भविष्य सुरक्षित रखने के लिए आज कठिनाइयों का सामना कर रहे हैं, इसके लिए हम उनके आभारी हैं। हमने कोरोना के संक्रमण और उसके फैलाव को कम किया है। संक्रमण की संख्या में वृद्धि दोगुने समय में हो रही है। हमने टेस्टिंग बढ़ाई है और भविष्य की तैयारी की है।
- देश में 23 मार्च तक केवल 14,915 टेस्ट हुए थे लेकिन एक महीने की भीतर हमने पांच लाख से ज्यादा टेस्ट कर लिए हैं। हम टेस्टिंग को और बढ़ाना चाहते हैं और इसे बढ़ाएंगे।
- अमेरिका ने जब पांच लाख टेस्ट किए तो उसे कोविड-19 के 80,000 केस मिले। उसकी तुलना में हमारे यहां 20,000 केस सामने आए।
- पिछले महीने कोविड-19 के लिए समर्पित अस्पतालों में 3.5 गुना की वृद्धि हुई जबकि आइसोलेशन बेड्स 3.6 गुना बढ़े।
- लॉकडाउन की घोषणा के बाद कोविड-19 की टेस्टिंग में 24 गुना की वृद्धि हुई और नए पॉजिटिव केस 16 गुना ज्यादा बढ़े।
- एम्स के डायरेक्टर डॉ. रणदीप गुलेरिया ने कहा कि इस दौरान नॉन-कोविड मरीजों की देखभाल में कोई लापरवाही नहीं बरती जा रही है। उनका भी पूरा ख्याल रखा जा रहा है। कई अस्पताल टेलिकंसल्टेशन कर रहे हैं।
- देश में कोविड-19 के अब तक कुल 21,391 केस हैं जबकि रिकवरी रेट 19 प्रतिशत से ज्यादा रहा है। पिछले 28 दिनों में 12 जिले ऐसे हैं जहां कोई भी नया केस नहीं आया है।
- स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने बताया कि देश के 78 जिलों में पिछले 14 दिनों में कोविड-19 का कोई केस नहीं मिला है।
- गृह मंत्रालय की संयुक्त सचिव पीएस श्रीवास्तव ने बताया कि 22 अप्रैल तक मनरेगा के तहत 1.5 करोड़ वर्कडेज हुए हैं।
लव अग्रवाल ने कहा कि तीन मई तक या आने वाले किस समय पर यह महामारी अपनी उच्च शिखर को छू लेगी, इस बारे में कुछ कहना काफी मुश्किल है। इस समय कोविड-19 की स्थिति स्थिर है। इस दौरान इसकी दर 4.5 रही है। कोविड-19 के कर्व को फ्लैट करने में कामयाबी मिली है। यह अपने तीव्र स्तर पर कब होगा, उसके बारे में अभी कुछ नहीं कहा जा सकता।