- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने टीकाकरण अभियान की शुरुआत की
- कोरोना वैक्सीन की 2 डोज लगनी बहुत जरूरी है: PM मोदी
- भारत वैक्सीनेशन के अपने पहले चरण में ही 3 करोड़ लोगों का टीकाकरण कर रहा है: पीएम मोदी
नई दिल्ली: करीब 1 साल से देश में कोरोना वायरस महामारी का कहर है। लेकिन इस लड़ाई में आज एक अहम पड़ाव है। दरअसल, आज से देश में इस महामारी के खिलाफ दुनिया का सबसे बड़ा टीकाकरण अभियान शुरू हो गया है। देशभर के अस्पतालों में इसके लिए तैयारियां की गई हैं और वहां से तस्वीरें भी सामने आ रही हैं। मुंबई के कूपर अस्पताल में जब टीकाकरण के लिए वैक्सीन पहुंची तो हेल्थ वर्कर्स ने ताली और जयकारा लगाया। जिनको वैक्सीन लगेगी उनकी आरती की जा रही और मिठाई खिलाई जा रही है।
टीकाकरण के लिए सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में कुल 3006 टीकाकरण केंद्र बनाए गए हैं। राजस्थान में जयपुर के सवाई मान सिंह मेडिकल कॉलेज के प्रधानाचार्य सुधीर भंडारी को सबसे पहले टीके की खुराक दी जाएगी जबकि मध्य प्रदेश में एक अस्पताल के सुरक्षा गार्ड और एक सहायक समेत अन्य लोग सबसे पहले टीका लेने वालों में शामिल होंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि देश कोरोना वायरस महामारी के खिलाफ शनिवार को निर्णायक चरण में प्रवेश करेगा।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि चरणबद्ध तरीके से प्राथमिकता समूह के लोगों को टीके की खुराक दी जाएगी। आईसीडीएस (एकीकृत बाल विकास सेवा) कर्मियों समेत सरकारी और निजी क्षेत्र में काम करने वाले स्वास्थ्यकर्मियों को इस चरण में टीके दिए जाएंगे। हर्षवर्धन ने कहा कि कोविड-19 के खिलाफ भारत का टीकाकरण अभियान दुनिया में सबसे बड़ा टीकाकरण अभियान होगा। उन्होंने कहा कि सीरम इंस्टिट्यूट द्वारा विकसित कोविशील्ड और भारत बायोटेक द्वारा विकसित कोवैक्सीन, दोनों टीकों को सुरक्षा के मानकों पर सुरक्षित और असरदार पाया गया है तथा महामारी को रोकने में यह सबसे महत्वपूर्ण औजार है। कोविशील्ड और कोवैक्सीन की 1.65 करोड़ खुराकों में से सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को डाटाबेस में उपलब्ध स्वास्थ्यकर्मियों की संख्या के हिसाब से टीकों का आवंटन कर दिया गया है।