तिरूवनंतपुरम : केरल निकाय चुनावों के लिए मतों की गिनती जारी है। अब तक मिले रुझानों में माकपा के नेतृत्व वाला एलडीएफ शहरी एवं ग्रामीण सीटों पर बढ़त बनाए हुए है। कॉरपोरेशन, नगर निगमों, जिला पंचायतों, ब्लॉक पंचायतों एवं ग्राम पंचायतों में एलडीएफ के उम्मीदवार कांग्रेस एवं भाजपा से उम्मीदवारों से आगे चल रहे हैं। रुझानों के अनुसार ग्राम पंचायत की 941 सीटों में से एलडीएफ 499 सीटों पर, ब्लॉक पंचायत की कुल 152 सीटों में से एलडीएफ 106 सीटों, जिला पंचायत की 14 सीटों में से 10 सीटों पर, नगनिगम की 86 सीटों में से 41 सीटों पर और कॉरपोरेशन की छह में से चार सीटों पर एलडीएफ के उम्मीदवारों ने बना रखी है।
एलडीएफ ने तिरूवनंतपुरम और कोझिकोड कॉरपोरेशन में निर्णायक बढ़त बना ली है। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) तिरूवनंतपुरम में दूसरा स्थान पाने में सफल हुई है और पलक्कड़ नगर निगम में वह बढ़त बनाए हुए है।
केरल में छह नगर निगमों, 941 ग्राम पंचायतों, 14 जिला पंचायतों और 87 नगरपालिकाओं समेत 1200 स्थानीय स्वशासी निकायों में कुल 21,893 वार्ड के लिए तीन चरणों में आठ, 10 और 14 दिसंबर को चुनाव हुआ। वर्ष 2015 में सत्तारूढ़ वाम मोर्चे ने 549 ग्राम पंचायतों, 90 ब्लॉक पंचायतों, 44 नगरपालिकाओं और चार निगमों में जीत हासिल की थी। जिला पंचायत स्तर पर यूडीएफ और एलडीएफ, दोनों को सात-सात सीटों पर जीत मिली थी। भाजपा ने तिरुवनंतपुरम निगम और पलक्कड़ नगरपालिका में अच्छा प्रदर्शन किया था।
केरल में अगले साल विधानसभा चुनाव होने हैं। इसलिए राज्य के निकाय चुनाव परिणामों को महत्वपूर्ण माना जा रहा है। समझा जाता है कि इन चुनावों के नतीजे जनता का मूड भांपने में मदद करेंगे। ये नतीजे भाजपा के लिए भी अहम है क्योंकि कर्नाटक के बाद तमिलनाडु एवं केरल में अपनी जगह बनाना चाहती है।