उदयपुर मर्डर केस में हर दिन नए और चौंकाने वाले खुलासे हो रहे हैं नया खुलासा ये है कि उदयपुर में जिस दिन कन्हैयालाल की हत्या हुई उस दिन दो और लोगों को तालिबानी तरीके से मारने की प्लानिंग थी। यानी एक ही दिन में 3-3 लोगों की हत्या की साजिश रची गई थी इसका जिम्मा 4 लोगों को सौंपा गया था कन्हैया की हत्या इसलिए संभव हो पाई क्योंकि कन्हैया की बाकायदा रेकी की गई थी, लेकिन बाकी दो लोगों की जान इसलिए बच गई क्योंकि सूत्रों के मुताबिक उनकी रेकी नहीं हो पाई थी।
खबर ये भी है कि 20 जून को ही उदयपुर कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन के बाद मुखर्जी सर्किल पर बैठक करके हत्या का प्लान बनाया गया था.. आरोपी रियाज ने कानपुर से 6 छुरे मंगवाए थे इन छुरों की धार उदयपुर में तेज की गई थी दो और हत्या करने का काम जिन चार लोगों को सौंपा गया था, खबर है कि NIA ने उन्हें भी राउंडअप कर लिया है और आगे कई बड़े खुलासे होने की उम्मीद है।
इसकी बड़ी वजह भड़काऊ बयानबाजी है.
देश में नफरत का माहौल क्यों बढ़ रहा है इसकी बड़ी वजह भड़काऊ बयानबाजी है और खासकर उन मौलानाओं का इसमें मेजर रोल है, जो मजहबी दुकान चमकाने के लिए जहरीले बोल..बोल रहे हैं हमने आपको कल अजमेर के खादिम सलमान चिश्ती की धमकी सुनाई थी, आज अजमेर से ही एक और मुस्लिम धर्मगुरु की भड़काऊ बयानबाजी सामने आई है वहीं, तौकीर रजा ने भी जहरीली तकरीरें की हैं
मौलानाओं की ओर से भड़काऊ बयानबाजी थमने का नाम नहीं ले रही
ये है अजमेर दरगाह का खादिम सलमान चिश्ती, जो अब पुलिस की गिरफ्त में है..जिसने हाल ही में नूपुर शर्मा का सर तन से जुदा करने वाले को घर ईनाम में देने का भड़काऊ ऐलान किया था...और इसके बाद से ही वो पुलिस की रडार पर था, सलमान चिश्ती गिरफ्तार हो चुका है, लेकिन फिर भी मौलानाओं की ओर से भड़काऊ बयानबाजी थमने का नाम नहीं ले रही है समाज में सांप्रदायिक जहर घोलने की कोशिशें अब भी जारी हैं
इनसे मिलिए ये हैं अंजुमन कमेटी के सेक्रेटरी सरवर चिश्ती जिनका एक वीडियो इन दिनों तेजी से वायरल हो रहा है..जिसमें सरवर चिश्ती हिंदुस्तान के हिला देने की खुलेआम धमकी दे रहे हैं,कहा जा रहा है कि सोशल मीडिया पर सरवर चिश्ती का ये वायरल वीडियो थोड़ा पुराना है लेकिन वीडियो वायरल होने के बाद से अजमेर पुलिस कार्रवाई में जुट गई हैखबर ये भी है कि सरवर चिश्ती का लिंक कट्टर इस्लामिक संस्था PFI से भी है सरवर चिश्ती के भतीजे गौहर चिश्ती का भी PFI से संबंध कहा जा रहा है गौहर चिश्ती फिलहाल फरार है और चाचा चिश्ती भड़काऊ बयानबाजी के बाद पुलिस के रडार पर हैं
अब इनसे भी मिलिए ये हैं इत्तेहाद ए मिल्लत काउंसिल के तौकीर रजा, जो अपनी भड़काऊ तकरीरों के लिए बदनाम हैं इन्होंने उदयपुर हत्याकांड के लिए RSS बीजेपी को जिम्मेदार ठहराया और सर तन से जुदा गैंग का बचाव किया।
तौकीर रजा ने उदयपुर हत्याकांड में दावते-इस्लामी कनेक्शन पर भी सवाल खड़े किए
वैसे, इन्हीं तौकीर रजा ने उदयपुर हत्याकांड में दावते-इस्लामी कनेक्शन पर भी सवाल खड़े किए..मजहब के नाम पर चिटफंड जुटाने वाले और कट्टरता का पाठ पढ़ाने वाले पाकिस्तान के दावते-इस्लामी संगठन का बचाव किया...तौकीर रजा ने इस संबंध में जो तकरीर की, वो इस तरह से थी, दावत-ए-इस्लामी एक मजहबी तंजीम है और इस इंटरनेशनल तंजीम को बदनाम करने की साजिश रची जा रही है।
NIA के रडार पर कई मौलवी हैं जिन्होंने मामले को भड़काने का काम किया है
मतलब तौकीर की नजर में सारा गुनाह RSS और बीजेपी का है, जबकि दुनिया ने देखा कि किस तरह से रियाज और गौस ने कन्हैया का मर्डर करने के बाद छुरे के साथ वाला बेशर्म वीडियो भी बनाया था... वैसे, NIA की नजर अब ऐसे कई और भड़काऊ मौलाना पर कड़ी हो गई है खबर है कि NIA के रडार पर कई मौलवी हैं जिन्होंने मामले को भड़काने का काम किया है। खासकर 17 जून का एक प्रदर्शन इस वक्त सवालों में है
'17 जून की सभा में 3 लोगों के नाम सार्वजनिक रूप से लिए गए थे'
जिसमें मौलवियों पर कातिलों को टारगेट देने का शक है बताया जा रहा है कि 17 जून की सभा में 3 लोगों के नाम
सार्वजनिक रूप से लिए गए थे और इसके बाद ही कन्हैया लाल की हत्या की गई थी, लिहाजा NIA 17 जून के प्रदर्शन के वीडियो की फिर से जांच कर रही है। यानी, सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने की कोशिश करने वाले जहरीले मौलानाओं पर शिकंजा कस सकता है और देश में शांति बनाए रखने के लिए ऐसा कदम जल्द उठाया जा सकता है।