Cyclon Tauktae: भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने कहा कि चक्रवाती तूफान तौकते और मजबूत हो गया है और यह गुजरात तट एवं केंद्र शासित प्रदेश दमन-दीव एवं दादरा-नगर हवेली तट की ओर बढ़ रहा है। तूफान के शनिवार देर रात तक बहुत गंभीर चक्रवाती तूफान में तब्दील होने की संभावना है। पश्चिम की ओर बढ़ने और 18 मई की दोपहर के आसपास पोरबंदर और नलिया के बीच गुजरात तट को पार करने की संभावना है।
केरल में 16 मई को कुछ स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा और 17 मई को कुछ जगहों पर भारी वर्षा को सकती है। कर्नाटक के तटीय और निकटवर्ती घाट जिलों में 16 मई को कुछ स्थानों पर भारी से काफी भारी वर्षा की संभावना है। 16 मई को कोंकण तथा गोवा और पड़ोसी घाट क्षेत्रों में भारी से बहुत भारी वर्षा की संभावना है और 17 मई को उत्तर कोंकण के कुछ स्थानों पर भारी वर्षा हो सकती है।
इसके अलावा गुजरात में सौराष्ट्र के तटीय जिलों में 16 मई की दोपहर से अनेक स्थानों पर हल्की से सामान्य वर्षा की संभावना जबकि 17 मई को सौराष्ट्र और कच्छ के अनेक स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा तथा कुछ स्थानों (जूनागढ़ तथा गिर सोमनाथ जिलों में) कुछ स्थानों पर अत्यधिक भारी वर्षा हो सकती है। 18 मई को सौराष्ट्र तथा कच्छ के कुछ स्थानों पर तथा कुछ स्थानों (पोरबंदर, देवभूमि द्वारका,जामनगर और कच्छ जिलों में) अत्यधिक भारी (20 सेंटीमीटर) वर्षा हो सकती है। वहीं पश्चिम राजस्थान में 18 तथा 19 मई को अनेक स्थानों पर हल्की से सामान्य वर्षा तथा कुछ स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा हो सकती है।
भारतीय वायुसेना तैयार
भारतीय वायुसेना ने चक्रवात तौकते से निपटने की तैयारी के मद्देनज़र प्रायद्वीपीय भारत में 16 परिवहन विमान और 18 हेलीकॉप्टरों को कार्यवाही हेतु तैयारी में रखा है। एक आईएल-76 विमान 127 कर्मियों और 11 टन माल लेकर भटिंडा से जामनगर पहुंचा है। एक सी-130 विमान ने भटिंडा से राजकोट 25 कर्मियों और 12.3 टन माल को पहुंचाया है। दो सी-130 विमानों ने भुवनेश्वर से जामनगर 126 कर्मियों और 14 टन कार्गो को पहुंचाया है। इसके अतिरिक्त वायु सेना के कोविड राहत कार्यों को आने वाले कुछ दिन के लिए इन तटीय क्षेत्रों में केंद्रित किया गया है, क्योंकि खराब मौसम के बाद हवाई संचालन के प्रभावित होने की संभावना है। चक्रवात राहत कार्य कोविड राहत के लिए पहले से चल रही कार्यवाही के अतिरिक्त है।
NDRF ने टीमों की संख्या बढ़ाकर 100 कर दी
चक्रवात 'तौकते' के मद्देनजर राहत एवं बचाव कार्य के लिए राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) ने अपनी टीमों की संख्या 53 से बढ़ाकर 100 कर दी है। एनडीआरएफ की प्रत्येक टीम में कुल 47 कर्मी हैं और इस तरह 100 टीमों में 4,700 राहत एवं बचावकर्मी शामिल हैं। बल के महानिदेशक एस एन प्रधान ने एक ट्वीट में कहा कि इन टीमों को केरल, कर्नाटक, तमिलनाडु, गोवा, गुजरात और महाराष्ट्र के तटीय क्षेत्रों में तैनाती के लिए तैयार किया गया है।
PM मोदी ने की समीक्षा बैठक
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी चक्रवात पर तैयारियों की समीक्षा की। उन्होंने अधिकारियों से लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाने के लिए तमाम कदम उठाने को कहा। पीएम मोदी ने कहा कि बिजली, दूरसंचार, स्वास्थ्य, पेयजल जैसी जरूरी सेवा को बनाए रखना सुनिश्चित करें। प्रधानमंत्री ने नियंत्रण कक्षों को चौबीसों घंटे कार्यरत रखने का निर्देश दिया। उन्होंने जामनगर से होने वाली ऑक्सीजन की आपूर्ति पर कम से कम प्रभाव पड़ना सुनिश्चित करने पर विशेष ध्यान देने को कहा। उन्होंने समय रहते बचाव व राहत अभियान में स्थानीय लोगों को शामिल करने के बारे में भी बात की।