- गत आठ जून को आतंकियों ने कश्मीरी पंडित अजय पंडिता को गोली मारी
- कांग्रेस के सरपंच थे अजय, पार्टी ने हत्या की न्यायिक जांच कराने की मांग की
- जम्मू-कश्मीर के कश्मीरी पड़ितों ने राज्य में अल्पसंख्यकों की सुरक्षा देने की मांग की
जम्मू : अनंतनाग में गत आठ जून को आतंकियों के हाथों मारे गए कश्मीरी पंडित अजय पंडिता की बेटी नियंता पंडिता गुरुवार को सामने आई। कांग्रेस सरपंच की बेटी ने अपने पिता की हत्या करने वाले आतंकवादियों को कायर बताया। नियंता ने कहा कि उसके पिता के हत्यारे कायर हैं क्योंकि उन्होंने पीछे से वार किया। आतंकियों ने सरपंच अजय की हत्या उनके घर के बाहर की। नियंता ने कहा, 'उन्होंने मेरे पिता को पीछे से गोली मारी। वे कायर हैं। वे जानते थे कि अजय को सामने के कुछ नहीं होने वाला। हमें छिपकर वार करना होगा।'
इससे पहले नियंता ने एक निजी चैनल से बात करते हुए अपने पिता के हत्यारों से बदला लेने की बात की। नियंता ने कहा कि जिन लोगों ने उनके पिता की हत्या की है उन्हें इसकी बड़ी कीमत चुकानी होगी।
लोगों में रोष व्याप्त है
अजय अनंतनाग जिले के लरकीपोरा इलाके में आने वला लुकबावन पंचायत हल्का के सरपंच थे। 40 वर्षीय पंचायत सदस्य की हत्या पर इलाके में रोष व्याप्त है। अजय का अंतिम संस्कार नौ जून को किया गया। उनकी अंतिम यात्रा में बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए। शक्तिनगर अत्यंष्टि स्थल पर कांग्रेस, भाजपा सहित अन्य संगठनों के लोग शामिल हुए। पंडिता की हत्या के बाद कश्मीरी पंडितों के समूह ने घाटी में अल्पसंख्यकों की सुरक्षा की मांग उठाई है।
लोगों ने पाकिस्तान के खिलाफ नारेबाजी की
पंडिता के शव पर जब तिरंगा चढ़ाया जा रहा था तो वहां मौजूद लोग आतंकवादी समूह 'द रेजिस्टेंस फ्रंट' (टीआरएफ) और पाकिस्तान के खिलाफ नारेबाजी करते देखे गए। वहीं, कांग्रेस की जम्मू-कश्मीर इकाई ने बुधवार को अजय की हत्या के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन किया और घटना की न्यायिक जांच कराए जाने की मांग की।
न्यायिक जांच की मांग
प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष गुलाम अहमद मीर ने मीडिया से बातचीत में कहा, 'पंडिता कांग्रेस के प्राथमिक सदस्य थे। इस इलाके में हाल के समय में कांग्रेस सरपंच की यह दूसरी हत्या है। हम चाहते हैं कि लेफ्टिनेंट गवर्नर जीसी मुर्मू हत्या की घटना की न्यायिक जांच कराएं।'