- बरेली में एक दरगाह ने अल्कोहल युक्त सैनिटाइजर को इस्लाम के खिलाफ बताया है
- दरगाह का कहना है कि अल्कोहल इस्लाम में वर्जित है, यह मस्जिद को अपवित्र कर देगा
- मुफ्ती ने अनुयायियों से कहा है कि वे साबुन, शैम्पू से हाथ धोकर मस्जिद में दाखिल हों
लखनऊ : देश-दुनिया में कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण के बीच सैनिटाइजर के इस्तेमाल को काफी अहम माना जा रहा है और विशेषज्ञों का कहना है कि इसमें किसी भी आम सैनिटाजर की अपेक्षा कम से कम 60 फीसदी अल्कोहल युक्त सैनिटाइजर ही कारगर होगा। लेकिन यूपी के एक दरगाह की ओर से लोगों से कहा गया है कि वे अल्कोहल युक्त सैनिटाइजर का इस्तेमाल न करें, क्योंकि यह मस्जिदों को अपवित्र कर देगा।
'सैनिटाइजर मस्जिद को अपवित्र कर देगा'
बरेली में दरगाह आला हजरत ने अपने अनुयायियों के लिए यह परामर्श जारी किया है। इसमें कहा गया है कि अल्कोहल इस्लाम में वर्जित है और इसलिए मुसलमानों को इसका इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। मस्जिद प्रमुखों से भी कहा गया है कि वे अल्कोहल आधारित सैनिटाइजर का इस्तेमाल परिसारों की साफ-सफाई या सैनिटाइजेशन के लिए न करें, क्योंकि इससे धार्मिक स्थल अपवित्र हो जाएगा।
'हाथ धुलकर मस्जिद में दाखिल हों'
दरगाह की ओर से कहा गया है कि अल्कोहल युक्त सैनिटाइजर के इस्तेमाल की बजाय वे साबुन, डिटर्जेंट पाउडर या शैम्पू से अच्छी तरह हाथ धुलकर मस्जिद में दाखिल हों। दरगाह आला हजरत में सुन्नी मरकज दारुल इफ्ता के मुफ्ती नश्तर फारूकी ने बुधवार को कहा कि इस्लाम में अल्कोहल का इस्तेमाल वर्जित है और मुसलमानों को अल्कोहल युक्त सैनिटाइजर का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए।
'अल्लाह के घर को अपवित्र नहीं कर सकते'
उन्होंने कहा, 'हम अल्लाह के घर को अपवित्र नहीं कर सकते। किसी अपवित्र स्थल पर नमाज नहीं अदा की जा सकती। अगर मस्जिद को जानबूझकर अपवित्र किया जाता है तो यह पाप होगा। मैं मस्जिदों के इमाम और मस्जिद कमेटी के प्रमुखों से अपील करूंगा कि वे अल्कोहल युक्त सैनिटाइजर के इस्तेमाल से बचें। इसके बजाय मस्जिद परिसर में दाखिल होने से पहले साबुन, शैम्पू, डिटर्जेंट पाउडर से अच्छी तरह हाथ धुल लें।'
मंदिरों में भी हो चुके हैं विवाद
इससे पहले कई अन्य धार्मिक स्थलों पर भी सैनिटाइर में अल्कोहल होने को लेकर सवाल उठाए गए थे। मथुरा में कुछ मंदिरों ने सैनिटाइजर में अल्कोहल होने के मद्देनजर इसके इस्तेमाल से इनकार कर दिया था। मध्य प्रदेश के भोपाल में भी यह चर्चाओं में आया, जब यहां एक मंदिर के पुजारी ने सैनिटाइजर में अल्कोहल होने को लेकर इस पर सवाल उठाए थे और कहा था कि अगर हम शराब पीकर मंदिर में प्रवेश नहीं कर सकते तो अल्कोहल से हाथ सैनिटाइज करके भीतर कैसे प्रवेश कर सकते हैं।