अयोध्या : उत्तर प्रदेश के अयोध्या में दीपावली के अवसर पर भव्य 'दीपोत्सव' का आयोजन किया गया, जिस दौरान अवधपुरी कुल 6,06,569 दीयों से जगमगा उठी। जिस किसी ने भी रामनगरी का यह रूप देखा, मंत्रमुग्ध हो गया। श्रद्धालु हो या सैलानी सब अपलक अयोध्या को निहार रहे थे। संपूर्ण दीपोत्सव के दौरान पूरा वातावरण राममय रहा। अवधपुरी में एक ही समय प्रज्ज्वलित 6 लाख से अधिक दीयों ने गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में नया कीर्तिमान बनाया।
अयोध्या में राम मंदिर निर्माण कार्य शुरू होने के बाद यहां पहला दीपोत्सव मनाया गया, जब सरयू तट लाखों दीपों की रोशनी से जगमगा उठा। इस दौरान अवधपुरी में आस्था, आह्लाद और आत्मीयता के दीप जले। इसे अद्भुत, अलौकिक, अनिर्वचनीय...कल्पनातीत सौंदर्य कहा जाए तो अतिश्योक्ति नहीं होगी।
अयोध्या में राम मंदिर निर्माण कार्य शुरू होने से उपजे सहज आह्लाद के साथ आत्मीयता के भावों को संजोए हुए दीपों को देख श्रद्धालुओं का हर्ष और उल्लास देखते ही बन रहा था। वे सहज भाव से 'राम राम जय राजा राम', 'जय सिया राम', 'राजा रामचन्द्र की जय' के जयघोष लगाते रहे।
दीपोत्सव 2020 के लिए पूरी अवधपुरी को सजाया गया था। अयोध्या की छोटी गलियों से लेकर मुख्य मार्गों, सभी सरकारी, धार्मिक भवनों को पर तो आकर्षक लाइटिंग की ही गई थी, नगरवासियों ने भी अपने घरों को सजाया-संवारा था।
दीपोत्सव के अवसर पर नया घाट स्थल पर राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ व कैबिनेट के अन्य सहयोगियों ने दीप जलाकर सरयू नदी की आरती उतारी। कोविड प्रोटोकॉल के कारण गणमान्य जनों के लिए नया घाट पर अलग-अलग आरती स्थल तैयार किए गए थे।
इस दीपोत्सव ने नया कीर्तिमान रचा और एक बार फिर इस प्राचीन नगरी का नाम वैश्विक रिकॉर्ड में शामिल हो गया। गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स के प्रतिनिधियों ने उत्तर प्रदेश सरकार के इस 'भव्य दीपोत्सव' को देखा-परखा और अंततः एक साथ एक स्थान पर इतनी बड़ी संख्या में दीप प्रज्ज्वलन को नवीन विश्व कीर्तिमान घोषित किया।
दीपोत्सव के लिए सैकड़ों स्वयंसेवक समर्पित भाव से डटे रहे। कीर्तमान रचने में अवध विश्वविद्यालय, अयोध्या के शिक्षकों व छात्रों की बड़ी भूमिका रही। दीप प्रज्ज्वजन का नियत समय शुरू होते ही 'श्री राम जय राम जय जय राम' के जाप के साथ एक-एक कर 6,06,569 दीप जलाए गए।
लाउडस्पीकर के माध्यम से लगातार दीपोत्सव की जानकारी दी जा रही थी। नतीजों की घोषणा होते ही जो जहां था, उसने वहीं से 'जय सिया राम' का नारा लगाया। इससे पहले विगत वर्ष भी इसी स्थान पर दीप प्रज्ज्वजन का कीर्तिमान रचा गया था।