- दिल्ली में कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों की संख्या 1,154 हुई
- दिल्ली में अभी तक कोरोना से 24 की मौत, 27 लोग ठीक भी हुए
- दिल्ली में 43 कोरोना हॉटस्पॉट्स पाए गए हैं, इन्हें पूरी तरह से सील किया जाएगा
नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली में कोरोना वायरस से सर्वाधिक प्रभावित इलाकों (हॉटस्पॉट्स) की संख्या रविवार को बढ़कर 43 हो गई है। कंटेनमेंट जोन को रेड जोन के रूप में भी जाना जाता है, यहां स्थानीय लोगों में कोरोनो वायरस के मामले पाए जाने के बाद इलाके को जिला प्रशासन द्वारा सील किया जाता है। इन 10 नए जोन में से एक दक्षिण पश्चिम जिले में है, जबकि नौ दक्षिण पूर्वी दिल्ली में हैं।
दक्षिण पश्चिम दिल्ली में गली नंबर 5 और 5 ए, एच-2ए ब्लॉक, बंगाली कॉलोनी, महावीर एन्क्लेव को सील कर दिया गया है। प्रशासन द्वारा क्षेत्र को सील करने के बाद दिल्ली सरकार ने क्षेत्र में 'ऑपरेशन SHIELD' शुरू किया। दिल्ली स्वास्थ्य विभाग ने कहा कि ऑपरेशन शील्ड वो है, जिसमें सीलिंग, होम क्वारंटीन, आइसोलेशन और ट्रैकिंग, आवश्यक आपूर्ति, स्थानीय स्वच्छता और डोर-टू-डोर चेकिंग का उपयोग कर वायरस के प्रसार को नियंत्रित करने के लिए किया जाता है।
दक्षिण पूर्वी दिल्ली में भी 9 स्थानों को भी सील कर दिया गया, जिसमें हाउस नंबर 811 से 829 और 842 से 835- खड्डा कॉलोनी, जैतपुर, एक्सटेंशन, भाग II, दिल्ली शामिल हैं।
दिल्ली सरकार के 'ऑपरेशन SHIELD' ने दिलशाद गार्डन में कोरोनो वायरस के प्रसारण को पूरी तरह से रोक दिया है, पिछले 10 दिनों में यहां कोई नया मामला नहीं आया है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि सभी कंटेनमेंट एरियाज को सैनेटाइज किया जाएगा, 10 जापानी मशीन और 50 दिल्ली जल बोर्ड की मशीनों की मदद से सैनेटाइजेशन ड्राइव चलाई जाएगी। कंटेनमेंट इलाकों को रेड जोन और हाई रिस्क इलाकों को ऑरेंज जोन घोषित किया जाएगा।
उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा, 'दिल्ली में ऑपरेशन SHIELD के तहत सील किए गए इलाकों की संख्या अब 43 हो गई है। सावधान रहिए! आपके आसपास कहीं भी कोरोना का खतरा हो सकता है। अगर जरूरी हो तभी बाहर निकलें, मास्क लगाकर ही निकलें और न्यूनतम दूरी बना कर रखें। ठीक से हाथ धोते रहें।'
दिल्ली में कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों की संख्या 1,154 हो गई है, अब तक 24 रोगियों की मौत हो चुकी है। 27 लोग ठीक भी हो चुके हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि वह शहर में कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों को लेकर चिंतित हैं। हालांकि, उन्होंने आश्वासन दिया कि घातक वायरस के प्रसार को रोकने के लिए सभी कदम उठाए जा रहे हैं।