- जैन की पत्नी के खिलाफ यह कार्रवाई मनी लॉन्ड्रिंग के सिलसिले में हुई है
- इससे पहले 57 वर्षीय जैन को 30 मई को जांच एजेंसी ने गिरफ्तार कर लिया था
- जैन व उनके परिवार के खिलाफ सीबीआई भी दर्ज कर चुकी है पूर्व में केस
दिल्ली में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली आप सरकार में मंत्री सत्येंद्र जैन और उनके परिवार की मुश्किलें बढ़ गई हैं। शुक्रवार (आठ जुलाई, 2022) को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने उनकी पत्नी पूनम को समन भेजा है। कहा जा रहा है कि ईडी के अफसर उनसे पूछताछ भी कर सकते हैं।
समाचार एजेंसी एएनआई ने ईडी अधिकारियों के हवाले से बताया कि ईडी ने पूनम को अगले हफ्ते मनी लॉन्ड्रिंग केस में समन जारी किया है। सूत्रों की मानें तो पूनम को 14 जुलाई को ईडी मुख्यालय में हाजिर होने के लिए कहा गया है, जहां उनसे इस मामले में पूछताछ की जाएगी।
पति पहले ही शिकंजे में, CBI भी दर्ज कर चुकी है केस
वैसे, इससे पहले 57 वर्षीय जैन को 30 मई को जांच एजेंसी ने गिरफ्तार कर लिया था। उनके खिलाफ यह एक्शन पीएमएलए (प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट) के तहत (आरोप है कि उन्होंने 2015-16 में कोलकाता की एक फर्म से हवाला ट्रांजैक्शन किए थे) किया गया था। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, ईडी के अलावा देश की सबसे बड़ी एजेंसी सीबीआई यानी केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो भी जैन और उनके परिवार के खिलाफ अगस्त 2017 में केस दर्ज कर चुकी है। जैन और उनकी फैमिली पर उस मामले में आरोप है कि उन्होंने 1.62 करोड़ रुपए की मनी लॉन्ड्रिंग की।
एक नजर में जानिए कौन हैं सत्येंद्र जैन?
उत्तर प्रदेश के बागपत में जन्में जैन ने दिल्ली के रामजस स्कूल से पढ़ाई की है, जिसके बाद वह इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ आर्किटेक्ट्स में ग्रैजुएशन (आर्किटेक्चर) करने पहुंचे। समाज सेवी अन्ना हजारे के भ्रष्टाचार विरोधी अभियान के साथ उन्होंने राजनीति में कदम रखा था। दिल्ली सरकार में फिलहाल स्वास्थ्य, गृह, उर्जा, लोक निर्माण विभाग, उद्योग, शहरी विकास और बाढ़-कृषि व जल मंत्रालय का कामकाज संभालते हैं। वह शकूरबस्ती निर्वाचन क्षेत्र से विधायक हैं।
झारखंड CM के MLA के यहां भी रेड
उधर, निदेशालय ने झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के विधायक पंकज मिश्रा के ठिकानों पर छापेमारी की। टेंडर घोटाले को लेकर साहिबगंज, बरहेट और राजमहल समेत 18 जगहों पर छापेमारी जारी है।