नई दिल्ली: दिल्ली इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड ACI के एयरपोर्ट कार्बन प्रत्यायन कार्यक्रम के तहत एशिया पैसिफिक का पहला स्तर 4+ (संक्रमण) मान्यता प्राप्त हवाई अड्डा बन गया है। GMR ग्रुप ने ये जानकारी दी। इस तरह आईजीआई देश ही नहीं एशिया में सबसे कम कार्बन उत्सर्जन करने वाला एयरपोर्ट बन गया। दिल्ली एयरपोर्ट ने बुधवार को ट्वीट किया, 'दिल्ली एयरपोर्ट एशिया-प्रशांत क्षेत्र में एसीआई के हवाई अड्डे कार्बन प्रत्यायन के तहत स्तर 4+ मान्यता प्राप्त करने वाला पहला हवाई अड्डा बन गया है, जो स्थिरता और एक हरित भविष्य की दिशा में हमारे लगातार प्रयासों की पुष्टि करता है।'
एयरपोर्ट कार्बन एक्रिडिएशन हवाई अड्डा उद्योग में कार्बन प्रबंधन के लिए वैश्विक मानक है। इसका उद्देश्य ग्रीनहाउस गैस (GHG) प्रबंधन में सर्वोत्तम प्रथाओं को लागू करने और उत्सर्जन में कमी लाने के लिए हवाई अड्डों और इसके हितधारकों को प्रोत्साहित करना और सक्षम बनाना है।
ACI का हवाई अड्डा कार्बन प्रत्यायन कार्यक्रम 2009 में शुरू किया गया था। शुरुआत में 4 स्तर थे- स्तर 1: मैपिंग, स्तर 2: कमी, स्तर 3: ऑप्टीमाइजेशन और स्तर 3+ तटस्थता। 2016 में दिल्ली एयरपोर्ट लेवल 3+, न्यूट्रलिटी तक पहुंच गया था। ACI ने कार्यक्रम के स्तरों को संशोधित किया और दो नए स्तरों, स्तर 4 (परिवर्तन) और स्तर 4+ (संक्रमण) को जोड़ा। लेवल 4+ हवाई अड्डों को नवीनतम वैज्ञानिक विकास के अनुसार उनके उत्सर्जन को कम करने और हितधारक अपेक्षाओं को पूरा करने के लिए प्रोत्साहित करता है। 2030 तक दिल्ली एयरपोर्ट को शून्य कार्बन उत्सर्जन वाला एयरपोर्ट बनाने का लक्ष्य रखा गया है।