- SKM व अन्य संगठनों ने बेरोजगारी जैसे मुद्दों को लेकर बुलाई महापंचायत
- जंतर मंतर पर बड़ी तादाद में पहुंचे अन्नदाता, पुलिस ने किए सुरक्षा के व्यापक इंतजाम
- किसान संगठन मांगों को लेकर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को ज्ञापन देना चाहते हैं
Kisan Mahapanchayat at Jantar Mantar: दिल्ली में जंतर-मंतर पर सोमवार (22 अगस्त, 2022) को किसानों की महापंचायत में प्रदर्शन के लिए जा रहे कुछ किसानों को पुलिस को हिरासत में लेना पड़ा। ये अन्नदाता गाजीपुर बॉर्डर से दिल्ली की तरफ कूच करते समय बैरिकेडिंग तोड़ने लगे थे। वे जैसे ही बैरिकेड को हटाने लगे और गिराकर वहां से आगे बढ़ने की कोशिश करने लगे तो पुलिस ने उन्हें आगे न बढ़ने दिया और फौरन हिरासत में लेना शुरू किया। पुलिस ड्यूटी में तैनात की गई दिल्ली सरकार की बसों (डीटीसी) में इन किसानों को भर कर थाने ले जाया गया। समाचार एजेंसी पीटीआई-भाषा के मुताबिक, 19 किसानों को गाजीपुर सीमा से हिरासत में लिया गया।
पुलिस ने न दी जंतर-मंतर पर प्रदर्शन की मंजूरी, फिर भी...
हालांकि, किसानों को जब पुलिस ने गाजीपुर बॉर्डर पर रोका था, तो इस दौरान वहां देखते ही देखते काफी लंबा जाम लग गया। इस बीच, कई किसान वहां जमीन पर ही धरने पर बैठ गए। सबसे हैरत की बात है कि दिल्ली पुलिस ने जंतर-मंतर पर हुए धरना प्रदर्शन को लेकर कोई भी अनुमति नहीं दी थी। फिर भी संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) के बैनर तले अलग-अलग राज्यों और अलग जिलों से किसान जंतर-मंतर पहुंचे।
किन मसलों को लेकर बुलाई गई महापंचायत?
किसान संगठन बेरोजगारी, लखीमपुर खीरी मामले में न्याय, स्वामीनाथन आयोग की सिफारिश की तर्ज पर एमएसपी गारंटी कानून बनाना और बिजली बिल माफ करने जैसे मुद्दों को लेकर महापंचायत का आह्वान किया। ये महापंचायत संयुक्त किसान मोर्चा और उनके सहयोगी संगठनों ने बुलाई। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, किसानों का कहना था कि वह पीएम मोदी को उनका वादा याद दिलाने आए हैं। जंतर मंतर पर इस महापंचायत के समापन के बाद किसानों की ओर से राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को ज्ञापन सौंपे जाने का प्लान (सब कुछ ठीक रहा तो) है।
महापंचायत के चलते पूरे NCR में जाम
महापंचायत के चलते अलग-अलग राज्यों से किसानों का दिल्ली के जंतर मंतर पर आना जारी रहा। इस बीच, दोपहर को नोएडा के चिल्ला बॉर्डर और गाजियाबाद के गाजीपुर बॉर्डर दोनों जगह पुलिस ने बैरिकेड लगाकर किसान महापंचायत में जा रहे किसानों को रोकने की कोशिश की। नतीजतन कई किलोमीटर तक गाड़ियों का लंबा जाम देखने को मिला। दफ्तर और अन्य कामों के लिए घरों से निकले लोग जगह-जगह रास्तों में फंसे दिखे। (एजेंसी इनपुट्स के साथ)