- दिल्ली में सोमवार को न्यूनतम और अधिकतम तापमान क्रमश: 25 और 32 डिग्री सेल्सियस रहने का अनुमान
- दिल्ली में अगले छह दिन बादल जमकर बरसने के आसार जताए गए हैं
- दिल्ली में और भी इलाकों में जलजमाव की तस्वीरें सामने आईं हैं
नई दिल्ली: दिल्ली एनसीआर (Delhi-Noida) के लोगों को बारिश ( Rain) ने लंबा इंतजार कराया और लोगों के सब्र की इंतहा हो गई, रोज बारिश के अनुमान जताए जाते थे लेकिन मायूसी ही हाथ लग रही थी और लोगों का गर्मी से बुरा हाल था, वहीं लोग उमस से भी बेहाल थे, खैर दिल्ली का इंतजार तो कुछ दिन पहले खत्म हुआ और वहां बारिश हो रही है,वहीं नोएडा की बात करें तो लंबे इंतजार के बाद संडे की रात से यहां भी बारिश का सिलसिला शुरू हो गया है जिससे लोगों को बढ़े हुए पारे से राहत मिली है और माहौल भी खुशनुमा बन गया है।
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग ने दिल्ली में रविवार दोपहर और शाम को अलग-अलग स्थानों पर भारी बारिश की संभावना जताई थी दिल्ली के अधिकांश हिस्सों में मुख्य तौर पर बादल छाए रहने व गरज के साथ बूंदाबांदी होने की बात कही गई थी वैसा ही हुआ और दिल्ली में रविवार रात से बारिश हो रही है।
वहीं दिल्ली से लगे एनसीआर के इलाकों नोएडा, ग्रेटर नोएडा, हरियाणा के इलाकों में गाजियाबाद में बदरा मेहरबान हैं और बारिश का सिलसिला बना हुआ है जिसके चलते दिल्ली में और भी इलाकों में जलजमाव की तस्वीरें सामने आईं हैं।
मौसम विभाग ने सोमवार को दिल्ली में छिटफुट स्थानों पर 'मध्यम से तेज बारिश' का पूर्वानुमान जताया था, सोमवार को न्यूनतम और अधिकतम तापमान क्रमश: 25 और 32 डिग्री सेल्सियस रहने का अनुमान है।
SAFAR ने कहा था कि 18 और 19 जुलाई को व्यापक बारिश का अनुमान है जिससे AQI पर सकरात्मक असर पड़ेगा अगले तीन दिन तक हवा 'संतोषजनक' से 'अच्छी' कैटिगरी में रहेगी।
दिल्ली के मौसम को लेकर मौसम विभाग ने सोमवार से बुधवार तक के लिए 'यलो' अलर्ट जारी किया है मतलब कुछ जगहों पर हल्की से मध्यम बारिश का अनुमान है यानी दिल्ली में अगले छह दिन बादल जमकर बरसने के आसार जताए गए हैं।
जुलाई में अब तक 26 प्रतिशत कम बारिश हुई है
आईएमडी के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र ने पृथ्वी विज्ञान मंत्री जितेंद्र सिंह को बताया कि देश भर में जुलाई में बारिश 26 प्रतिशत कम रही है। भारत मौसम विज्ञान विभाग के दौरे के दौरान सिंह को अधिकारियों ने यह भी बताया कि देशभर में आईएमडी के 27 रडार हैं और आने वाले वर्षों में यह संख्या 50 तक पहुंच जाएगी।
मंत्री ने अधिकारियों के साथ एक घंटे तक दक्षिण-पश्चिम मानसून के रुझानों का अध्ययन किया। उन्होंने विशेष उपग्रह और रडार अनुभागों का भी दौरा किया, और वास्तविक समय के आधार पर आंकड़े हासिल करने की प्रक्रिया पर चर्चा की।
आईएमडी ने जुलाई के अपने पूर्वानुमान में सामान्य बारिश की भविष्यवाणी की थी। मॉनसून में विराम के बाद, दक्षिण-पश्चिम मॉनसून ने 8 जुलाई से फिर से आगे बढ़ना शुरू किया। तब से देश के कई हिस्सों में भारी बारिश हो रही है।