नई दिल्ली: कारोबारी और कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा के पति रॉबर्ट वाड्रा सड़कों पर पैदल ही निकले प्रवासी मजदूरों की मदद के लिए आगे आए हैं। वे खाना बंटवा रहे हैं और मजदूरों को मास्क, सैनैटाइजर उपलब्ध करवा रहे हैं। उन्होंने कहा, 'जब मैंने इन प्रवासी मजदूरों की वीडियो देखीं तो मुझसे बर्दाश्त नहीं हुआ। मैंने इन्हें मास्क, सेनिटाइजर उपलब्ध करवाया। मेरी पूरी कोशिश है कि इन्हें हर संभव सहायता पहुंचाई जाए। अब मैं अपने युवा साथियों की मदद से इन प्रवासी मजदूरों को खाना बंटवा रहा हूं।'
वाड्रा ने कहा कि लॉकडाउन की घोषणा इतनी जल्दबाजी में की गई कि जो लोग दिहाड़ी करते हैं और दूसरों के घरों में रहते हैं उनको इतना समय नहीं मिला कि वो अपने गांव चले जाएं। जहां उन्हें रहने के लिए किराया न देना पड़े। हर रोज ये न देखना पड़े की खाना कहां से मिले और वो अपनी खेती बाड़ी ही कर लें।
इससे पहले उन्होंने 17 मई को फेसबुक पर लिखा, 'अपने बच्चों, बुजुर्गों और थोड़े से सामानों के साथ प्रवासी कामगार आजकल सड़कों पर निकले हुए हैं। मैं उनके लिए जूते, चप्पल, पानी, बिस्कुट, सप्लीमेंट्स/नमकीन के पैकेट इकट्ठा कर रहा हूं। उनकी दुर्दशा कोरोना वायरस के इस समय में सबसे बुरी तरह प्रभावित है। हमें उनकी यात्रा में मदद करनी चाहिए, इसे आसान बनाना चाहिए। कृपया उन लोगों की मदद करें जिन्हें आप सड़कों पर देखते हैं।
एक और फेसबुक स्टेटस में उन्होंने लिखा था, 'प्रवासी मजदूरों की भयानक दुर्दशा देखकर बहुत दुःख हुआ, वो सड़कों पर अपने बच्चों और बुजुर्गों को कंधों और पीठ पर घसीटते हुए ले जा रहे हैं। मैं इन असहाय लोगों की मदद करने और उनकी सेवा करने के लिए और तालाबंदी के बाद से उनकी कठिनाओं को सुनने के लिए मथुरा रोड और रिंग रोड पर पहुंचता हूं। उनके पास कोई काम नहीं है और कमाई नहीं है। कोई आश्रय नहीं है। अब सभी रात, शाम और सुबह तक चलते हैं। कृपया आप सड़क पर जितने लोगों को देखते हैं, उनकी मदद करें। उनकी मदद करने के लिए पानी, चप्पल, पैक्ड फूड, कैप और अन्य कोई भी सामान दें।'