नई दिल्ली: झारखंड के देवघर जिले में बाबा बैद्यनाथ मंदिर के पास त्रिकुट पहाड़ियों पर रोपवे में कई केबल कारों में टक्कर हो गई इस हादसे में कई घायल हो गए, इसे लेकर राहत और बचाव कार्य जारी है। बचाव कार्य का जिम्मा अब सेना ने ले लिया है, रविवार से फंसे 48 लोगों में से अब तक 30 लोगों को बचा लिया गया है अभी भी 18 लोग फंसे हुए है।
इस हादसे में एक पर्यटक की मौत हो गई है ये लोग बाबा बैद्यनाथ मंदिर के पास त्रिकूट पहाड़ियों में रोपवे हादसे का शिकार हुए हैं। केबिन कारों के आपस में टकरा जाने से 12 केबिन हवा में अटक गए थे।
सोमवार को ताजा घटनाक्रम में झारखंड के मंत्री हाफिजुल हसन ने बताया कि अब तक 30 लोगों को बचा लिया गया है, 18 अभी भी बाकी हैं। एनडीआरएफ, वायुसेना और भारतीय सेना बचाव कार्य कर रही है। जांच टीम गठित की जाएगी जान बचाना हमारी प्राथमिकता है।
देवघर के त्रिकूट रोपवे पर रविवार से फंसे लोगों को निकालने के लिए एनडीआरएफ की टीम के अलावा सेना के जवान भी पहुंचे हैं, हेलिकॉप्टर से मदद पहुंचाने की कोशिश की जा रही है। हादसे के सटीक कारण का अभी पता नहीं चल पाया है शुरूआती जांच से ऐसा लगता है कि यह घटना तकनीकी खराबी के कारण हुई, जिसके चलते केबल कारों की टक्कर हुई।
हेलीकॉप्टर के माध्यम से सुरक्षित निकालने की तमाम कोशिशें जारी
सभी पर्यटकों को हेलीकॉप्टर के माध्यम से सुरक्षित निकालने की तमाम कोशिशें की जा रही हैं। सेना के हेलीकॉप्टर को ऑपरेशन को अंजाम देने में मुश्किलें हो रही हैं। शाम तक बचे हुए लोगों को निकाल लेने की बात कही गई है, हालांकि वायु सेना के अधिकारियों का कहना है कि रात में रेस्क्यू ऑपरेशन चलाना चुनौती है।
केबल कार से कूदने की कोशिश में एक दंपति गंभीर रूप से घायल
घटना के बाद केबल कार से कूदने की कोशिश में एक दंपति गंभीर रूप से घायल हो गया। उन्होंने कहा कि उन्हें एक अस्पताल में भर्ती कराया गया है।देवघर के डिप्टी कमिश्नर मंजूनाथ भजंत्री ने कहा कि NDRF की एक टीम को बचाव अभियान के लिए मौके पर तैनात किया गया है।भजंत्री ने कहा कि स्थानीय ग्रामीण भी बचाव अभियान में एनडीआरएफ की मदद कर रहे हैं। डीसी ने लोगों से अफवाह न फैलाने की अपील करते हुए कहा कि स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में है।
'त्रिकूट रोपवे भारत का सबसे ऊंचा वर्टिकल रोपवे'
झारखंड टूरिज्म का कहना है कि त्रिकूट रोपवे भारत का सबसे ऊंचा वर्टिकल रोपवे है जिसमें अधिकतम लेंस कोण 44 डिग्री है। बाबा बैद्यनाथ मंदिर से करीब 20 किमी दूर स्थित रोपवे करीब 766 मीटर लंबा है, जबकि पहाड़ी 392 मीटर ऊंची है। रोपवे में 25 केबिन हैं। प्रत्येक केबिन में चार लोग बैठ सकते हैं। घटना के बाद रोपवे प्रबंधक व अन्य कर्मचारी मौके से फरार हो गए।