हमारे देश में बार-बार ऐसे लोगों की कहानी सामने आती है, जो अपने कामों से सबको प्रभावित करते हैं। ये काम बिल्कुल अलग होता है और हर किसी के लिए वहां तक सोचना आसान भी नहीं होता। ऐसे ही एक और शख्स हैं, जिनके बारे में हम आपको बताने जा रहे हैं। हम बात कर रहे हैं बिहार के गया के दिलीप कुमार सिकंदर की।
पहाड़ तोड़कर रास्ते निकालने वाले माउंटेन मैन दशरथ मांझी को अपना आदर्श मानने वाले सिकंदर पिछले 39 सालों से पहाड़ियों पर पौधे लगाने का काम कर रहे हैं। वो अभी तक 1 लाख से ज्यादा पौधे लगा चुके हैं।
54 साल के दिलीप का दावा है कि उन्होंने गया के ब्रह्ययानी पहाड़ पर 1982 से लेकर अब तक 1 लाख से ज्यादा पौधे लगा दिए हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, वो बताते हैं कि बचपन में जब वो पहाड़ी पर आए थे तो उन्होंने अपने पिता से पूछा था कि पहाड़ पर एक भी पौधा क्यों नहीं है। इसी के बाद उन्होंने यहां पौधे लगाने की ठानी। दिलीप हर तरह के पौधे लगाते हैं।
'इंडियाटाइम्स हिंदी' की खबर के अनुसार, दिलीप बताते हैं कि उन्होंने इंजीनियरिंग कंपनी में बिजली मिस्त्री की नौकरी की, लेकिन उनके पौधे लगाने के अभियान में ये नौकरी बाधा पड़ने लगी। इसके बाद उन्होंने नौकरी छोड़ दी। वह दिन के 6-7 घंटे पहाड़ों पर पौधों के बीच ही बिताते हैं।