नई दिल्ली: कहने को तो फरवरी का महीना साल का सबसे छोटा महीना है, लेकिन यह बहुत बड़ी बड़ी घटनाओं के साथ इतिहास में दर्ज है। 26 फरवरी की बात करें तो दो बरस पहले की याद सबके जहन में ताजा होगी, जब भारतीय वायु सेना के विमानों ने नियंत्रण रेखा को पार कर पाकिस्तान के बालाकोट में जैश-ए-मोहम्मद द्वारा चलाए जा रहे आतंकवादी शिविरों को निशाना बनाया था। इससे पहले 14 फरवरी को पुलवामा में भारतीय सुरक्षाकर्मियों पर किए गए कायराना आत्मघाती बम हमले ने पूरे देश का सीना छलनी कर दिया था। हमले में केन्द्रीय आरक्षी पुलिस बल के 46 जवानों की मौत हुई और पाकिस्तान के इस्लामी आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने बड़ी बेहयाई से इस हमले की जिम्मेदारी ली।
26 फरवरी की तारीख एक अन्य बड़ी घटना की भी साक्षी रही है। दरअसल 26 फरवरी, 1857 को बंगाल में अंग्रेजों के खिलाफ विद्रोह की पहली चिंगारी भड़की थी, जो देखते देखते एक जन आक्रोश की ज्वाला में बदल गई। इसे देश में अंग्रेजों के खिलाफ पहली जनक्रांति कहा जाता है
देश दुनिया के इतिहास में 26 फरवरी की तारीख पर दर्ज अन्य महत्वपूर्ण घटनाओं का सिलसिलेवार ब्यौरा इस प्रकार है:-
320 : चंद्रगुप्त प्रथम को पाटलीपुत्र का शासक बनाया गया।
1857 : पश्चिम बंगाल के बहरामपुर में आजादी के दीवानों ने अंग्रेजों के खिलाफ पहले सैन्य विद्रोह की शुरूआत की।
1958 : पियाली बरूआ और दीवान मणिराम दत्ता को असम के शाही परिवार को फिर से गद्दी पर बिठाने के प्रयासों के कारण फांसी पर लटका दिया गया।
1966 : महान स्वतंत्रता सेनानी और देशभक्त विनायक दामोदर सावरकर का निधन।
1972 : वर्धा के निकट आरवी में बनाए गए विक्रम अर्थ सेटेलाइट स्टेशन को भारत के तत्कालीन राष्ट्रपति वीवी गिरि ने देश को समर्पित किया।
1975 : गुजरात के अहमदाबाद में देश का पहला पतंग संग्रहालय ‘शंकर केन्द्र’ स्थापित किया गया।
1967 : सोवियत संघ ने पूर्वी कजाखस्तान में भूमिगत परमाणु परीक्षण किया।
1976 : अमेरिका ने नेवादा परीक्षण स्थल पर परमाणु परीक्षण किया।
1991 : तकरीबन सात महीने तक कुवैत पर कब्जे के बाद इराकी फौजों को अमेरिका और सहयोगी देशों की सेना ने कुवैत से खदेड़ बाहर किया। सद्दाम हुसैन ने इराकी रेडियो पर कुवैत से अपने सैनिकों की वापसी की घोषणा की।
1993 : न्यूयॉर्क के वर्ल्ड ट्रेड सेंटर पर बम हमले में 6 लोग मारे गए और 100 से ज्यादा घायल हुए। इस हमले ने अमेरिका के लोगों को हैरान कर दिया क्योंकि महाशक्ति पर यह इस तरह का पहला हमला था।
2011 : अल्जीरिया के राष्ट्रपति ने अरब देशों की बदलती राजनीतिक स्थिति के कारण देश में 19 साल पहले लगाए गए आपातकाल को आधिकारिक रूप से समाप्त किया।
2019 : भारतीय वायु सेना ने पुलवामा हमले का बदला लेने के लिए पाकिस्तान में घुसकर आतंकी शिविरों को निशाना बनाया।