- राष्ट्रीय कामधेनु आयोग के चेयरमैन ने बताए गाय के गोबर के गुण
- गाय के गोबर से बने रेडिएशन चिप का मोबाइल में किया जा सकता है इस्तेमाल
- 'गाय के गोबर से बीमारियां पास नहीं फटकती'
नई दिल्ली। राष्ट्रीय कामधेनु आयोग के चेयरमैन वल्लभभाई कथिरिया ने गाय के उपले पर बड़ा बयान देते हुये कहा कि गाय के गोबर में इतनी ताकत है कि वो सबकी रक्षा कर सकती है। इसमें एंटी रेडिएशन की खासियत है, इसे वैज्ञानिक आधार पर सिद्ध किया जा चुका है। यह एक तरह का रेडिएशन चिप है जिसे मोबाइल फोन में इस्तेमाल कर रेडिएशन को रोका जा सकता है। यह हर तरह के रोगों से रक्षा करेगी।
'गाय के गोबर में कई गुण'
वल्लभभाई कथरिया बताते हैं कि दरअसल भारत में सुनियोजित तरह से स्वदेशी उत्पादों को हीन भावना से देखा गया। लेकिन हकीकत में हर स्वदेशी उत्पाद वैज्ञानिक नियमों पर खरे उतरते रहे हैं। दशकों से इस सोच को खत्म करने की जरूरत है। गाय के गोबर की अगर कोई बात करे तो वो तथाकथित बुद्धिजीवियों के निशाने पर आ जाता है कि आखिर किस युग में ले जाने की बात हो रही है। जबकि सच यह है कि भारतीय प्राचीन पद्धति विज्ञान के सभी सिद्धांतों पर खरी उतरती रही है।
आत्मनिर्भर भारत के लिए शानदार कदम
गाय के गोबर के बारे में बताते हुए कहते हैं कि उसमें न सिर्फ रोगों से लड़ने की क्षमता है कि बल्कि जिस तरह से मोबाइल से रेडिएशन फैल रहा है उससे भी बचाव में मदद मिलेगी। एक प्रेस कांफ्रेंस में उन्होंने बाकायदा डेमो भी दिखाया कि किस तरह से गाय के गोबर का इस्तेमाल हम अलग अलग मकसद को हासिल करने में कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि जब हम वोकल फॉर लोकल की बात कर रहे हैं जब हम आत्मनिर्भर होने की बात कर रहे हैं तो वैसे में गाय के गोबर से कई रूप में फायदा उठा सकते हैं।