- सीएम बनने के बाद पहली बार आज दिल्ली आ रहे हैं एकनाथ शिंदे
- उनके साथ डिप्टी सीएम एवं भाजपा नेता देवेंद्र फड़णवीस भी होंगे साथ
- शिंदे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित भाजपा के शीर्ष नेताओं से मुलाकात करेंगे
Maharashtra Politics : महाराष्ट्र का मुख्यमंत्री बनने के बाद एकनाथ शिंदे शुक्रवार को पहली बार दिल्ली आ रहे हैं। उनकी यह यात्रा काफी अहम बताई जा रही है। अपनी इस यात्रा के दौरान वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित भाजपा के शीर्ष नेताओं से मुलाकात करेंगे। शिंदे का नई दिल्ली दौरा ऐसे समय हो रहा है जब उद्धव गुट के नेता अपना पाला बदल रहे हैं। गुरुवार को ठाणे में उद्धव गुट के 66 पार्षदों ने शिंदे गुट का दामन थाम लिया। ऐसी चर्चा है कि शिवसेना के करीब 10 से 12 सांसद आने वाले दिनों में शिंदे गुट के साथ आ सकते हैं।
फड़णवीस भी होंगे साथ
शिंदे भाजपा के समर्थन से राज्य के सीएम बने हैं। महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम एवं भाजपा नेता देवेंद्र फड़णवीस भी उनके साथ होंगे। बताया जा रहा है कि शिंदे अगले दो दिनों तक दिल्ली में रहेंगे। सूत्रों का कहना है कि दोनों नेता पीएम मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात करेंगे। दोनों नेता शनिवार को दिल्ली से पुणे के लिए रवाना होंगे। पंढरपुर में शिंदे अषाढ़ी एकादशी की पूजा करेंगे।
नई सरकार में मंत्री शपथ लेंगे
नई सरकार में मंत्रियों एवं उनके विभागों का बंटवारा होना है। शिंदे सरकार में 54 मंत्री हो सकते हैं। भाजपा के कोटे से 25 और शिंदे गुट से 13 विधायकों को मंत्री बनाया जा सकता है। इसके बाद बची हुई सीटों पर निर्दलीय विधायकों को मंत्री पद की जिम्मेदारी दी जा सकती है। आने वाले दिन राजनीतिक के लिहाज से महाराष्ट्र के लिए काफी महत्वपूर्ण हैं। खासकर उद्धव ठाकरे को अपने नेताओं को एकजुट रखना काफी चुनौतीपूर्ण हो गया है।
महाराष्ट्र में सियासी तख्तापलट से कांग्रेस को हुआ सबसे ज्यादा नुकसान
महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष दिल्ली तलब
महाराष्ट्र के सियासी संकट में कांग्रेस विधायकों की भूमिका से पार्टी आलाकमान खुश नहीं है। दिल्ली में महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले को तलब किया गया है। पटोले महाराष्ट्र की राजनीतिक स्थिति की जानकारी पार्टी आलाकमान को देंगे। सूत्रों का कहना है कि महाविकास अगाड़ी गठबंधन रहेगा या नहीं इस पर भी चर्चा संभव है। MLC चुनाव में क्रॉस वोटिंग और फ्लोर टेस्ट में विधायकों की स्थिति पर भी चर्चा हो सकती है।