- ज्ञानवापी मस्जिद परिसर के सर्वे का है आदेश
- मुस्लिम पक्षकारों को कोर्ट कमिश्नर पर ऐतराज
- 1990 की दशक की एक्सक्लूसिव तस्वीरें टाइम्स नाउ नवभारत के पास
ज्ञानवापी में मंदिर मस्जिद के घमासान ने नया मोड़ ले लिया है | ज्ञानवापी मस्जिद में मंदिर के अवशेष मिले हैं | मस्जिद के भीतर भगवान नंदी की कई तस्वीर मिली हैं | सर्वे से पहले पर सबसे एक्सक्लूसिव तस्वीरें ज्ञानवापी मस्जिद परिसर के सर्वे को लेकर मामला एक बार फिर अदालत में है। मुस्लिम पक्षकारों को कोर्ट कमिश्नर पर ऐतराज है। मुस्लिम पक्षकारों मे कोर्ट कमिश्नर को तहखानों के सर्वे की इजाजत नहीं दी थी। इन सबके बीच वरिष्ठ पत्रकार राम प्रसाद सिंह तस्वीरों के जरिए बताते हैं कि ज्ञानवापी का सच क्या है। उन्होंने जिन तस्वीरों को सार्वजनिक किया है वो 1900 की दशक की है।
तहखाने की खास तस्वीर
Times Now नवभारत के पास मौजूद है ज्ञानवापी तहखाने की EXCLUSIVE तस्वीर, 1990 के दशक में ली गई इस तस्वीर में दीवारों पर दिखाई दे रहे हैं हिंदू देवी-देवताओं के चित्र हैं। Gyanvapi में मंदिर होने के सन्न करने वाले सबूत Times Now Navbharat पर, तस्वीरों में नंदी की तस्वीर है। तस्वीरों के संबंध में वरिष्ठ पत्रकार राम प्रसाद सिंह कहते हैं कि अगर आप एक एक तस्वीर को देखें तो साफ हो जाएगा कि मस्जिद से पहले मंदिर का अस्तित्व था। तहखाने में दाखिल होने की इजाजत इसलिए नहीं दी जा रही है कि जो पक्षकार हैं उन्हें पता है कि सच क्या है। दुनिया के सामने वो सच ना आ पाए जो सदियों से तहखाने में कैद है।
तहखानों के संबंध में दावा
ज्ञानवापी मस्जिद के तहखानों के संबंध में एक और दावा सामने आया है। व्यास परिवार का कहना है कि तहखाने के मालिक वो थे। तहखानों पर मालिकाना हक के संबंध मेैं उन्होंने TIMES NOW नवभारत को दस्तावेज भी दिखाए। व्यास परिवार का कहना है कि उनके परनाना ने जो वसीयत लिखी थी उसमें स्पष्ट है कि दक्षिण तरफ जो तहखाने बने हुए हैं उस पर उनके वंशजों का हक होगा।
बता दें कि पीडीपी मुखिया महबूबा मुफ्ती ने निशाना साधते हुए कहा है कि मुगलिया चिन्हों को नष्ट करने की कोशिश की जा रही है।
Gyanvapi Mosque: ज्ञानवापी मस्जिद पर मंदिर भारी ! पांच विस्फोटक सबूत