- उत्तर प्रदेश में अगले साल होने हैं विधानसभा चुनाव
- यूपी विधानसभा चुनाव के लिए सपा, बसपा और कांग्रेस ने शुरु कर दी है अपनी तैयारियां
- प्रियंका गांधी ने कांग्रेस के लिए तैयार किया खास प्लान
रंजीता झा
नई दिल्ली: साल 2022 में होने वाले उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव (UP Assembly Election) को 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव से पहले सेमीफाइनल माना जा रहा है। सपा, बसपा या कांग्रेस सभी विपक्षी पार्टियां अपनी तरह से योगी आदित्यनाथ सरकार को पटखनी देने के लिए रणनीति बना रही है जहां सपा को एक बार फिर से यादव मुस्लिम गठजोड़ का भरोसा है वही मायावती की नज़र ब्राह्मण और दलित समीकरण पर है। लेकिन इस सबके बीच कांग्रेस भी हिंदी पट्टी के सबसे बड़े राज्य में कई दशकों से अपने खोए हुए सियासी जमीन को पाने के लिये एक खास रणनीति पर काम शुरू कर चुकी है।
तो 100 सीटों पर है प्रियंका का फोकस
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस पार्टी इस बार उत्तर प्रदेश के चुनाव में 100 सीटों पर दमदार प्रदर्शन की तैयारी कर रही है। इसके लिए एक खास मास्टर प्लान बहुत पहले ही तैयार कर लिया गया था । जिसकी खबर मीडिया को कानों कान नहीं हुई। प्रियंका गांधी ने कांग्रेस के संगठनात्मक कमजोरी की वास्तविकता को समझते हुए प्रदेश के 100 सीटों का चयन किया। जिसको लेकर प्रियंका के निर्देश पर कई महीनों पहले तैयारी शुरू की गई। सूत्रों के मुताबिक प्रियंका ने इन 100 सीटों में से 40 के करीब उम्मीदवारों का चयन भी कर लिया।
100 ट्रेनरों की मिल रहा है प्रशिक्षण
लेकिन बात इतनी भर नही है। प्रियंका गांधी ने उत्तर प्रदेश में संगठन को मजबूत करने के लिए कार्यकर्ताओं को ट्रेनिंग देने के लिए और कांग्रेस पार्टी की विचारधारा को बूथ और गांव के स्तर तक पहुंचाने के लिए 100 ट्रेनर का भी चयन किया है। इनका प्रशिक्षण फिलहाल छत्तीसगढ़ के रायपुर में हो रहा है। जिस की मॉनिटरिंग खुद प्रियंका गांधी कर रही हैं। वह लगातार इन ट्रेनरों से संवाद कर रही हैं वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए उनके साथ कई बैठकें कर चुके हैं। ये ट्रेनर आने वाले दिनों में उत्तर प्रदेश के 70000 कांग्रेसी कार्यकर्ताओं को ट्रेनिंग देंगे । जिसके लिये खासतौर से 5 अगस्त से 5 सितंबर के बीच 1 महीने का समय तय किया गया है। प्रियंका गांधी के इस "ब्रिगेड100 " की जिम्मेदारी होगी--
- कांग्रेस के कार्यकर्ताओं को पार्टी की विचारधारा समझना।
- आरएसएस की विचारधारा बताना। कार्यकर्ताओं को इस बात की ट्रेनिंग देने की किस तरह से बीजेपी धर्म के नाम पर राजनीतिक ध्रुवीकरण कर सामज को बांटने का काम करती है।
- बीजेपी और आरएसएस की विचारधारा को सोशल मीडिया पर काउंटर करना। साथ ही जनता को ये भी बताना की सपा और बसपा जाती के नाम सोशल इंजिनियरिंग करती रही है।
- कांग्रेस के कार्यकर्ताओं को ट्रेनिंग देने के लिये ये ट्रेनर अपने साथ कुछ खास सवाल और उसके जवाब लेकर आएंगे।
- कार्यकर्ताओं को बताया जाएगा कि कैसे वो गांव और बूथ के स्तर सोशल मीडिया के जरिये कांग्रेस की बात पहुंचाए।
- इसके लिये कार्यकर्ताओं को सोशल मीडिया के इस्तेमाल की सही ट्रेनिंग दी जाएगी।
- सबसे आखरी में कार्यकर्ताओं के सामने एक खास सवाल " किसने बर्बाद किया उत्तरप्रदेश को" रखा जाएगा।
- जिसके जवाब में पिछले 30 साल से उत्तरप्रदेश में राज करने वाली सपा,बसपा और बीजेपी को एक्सपोज़ करना है।
बहरहाल प्रियंका गांधी को भी ये पता है कि दिल्ली की सत्ता तक पहुंचने का रास्ता उत्तरप्रदेश से ही निकलेगा। इसलिये 2022 के सेमीफाइनल में कांग्रेस भले ही उत्तरप्रदेश में सत्ता में न आये पर योगी को हराना उनकी पहली प्राथमिकता है। और ये तभी संभव हो पायेगा जब कांग्रेस कम से कम सौ सीटों पर जीत का परचम लहराये।
(लेखिका टाइम्स नाउ नवभारत की रिपोर्टर हैं।)