नई दिल्ली: सोशल मीडिया पर आए दिन कई तरह के मैसेज वायरल होते हैं और कई बार लोग बिना जांच किए हुए मैसेज को आगे भेजते रहते हैं चाहे वो सच हो या फिर झूठ। कई बार ऐसी अफवाहें और दावे भी किए जाते हैं जिनका दूर- दूर तक सच्चाई से कोई नाता नहीं होता है। ऐसा ही एक मैसेज सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है जिसमें दावा किया जा रहा है कि देश के सभी टोल प्लाजा पर पत्रकारों को टोल टैक्स पर छूट मिलेगी।
वायरल हो रहा है मैसेज
व्हाट्स ऐप मैसेज के अलावा, एक अखबार की कटिंग शेयर की जा रही है। इस कटिंग में केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गड़करी की फोटो भी है जिसमें लिखा गया है कि नितिन गडकरी ने भारत के सभी टोल प्लाजों को निर्देश दिया है कि सभी पत्रकारों को यहां कोई टैक्स नहीं देना होगा, उन्हें केवल आईडी कार्ड दिखाना होगा। साथ में ये भी लिखा गया है कि सभी पत्रकारों को अपनी माइक आईडी और आईकार्ड साथ में लेकर चलना जरूरी है।
क्या है सच्चाई
जब हमने दावे की सच्चाई जाननी चाही तो हम पत्र सूचना कार्यालय यानि पीआईबी फैक्ट चेक टीम के ट्विटर हैंडल पर गए और सच्चाई खुद-ब- खुद सामने आ गई। पीआईबी ने कहा, 'एक व्हाट्स ऐप मैसेज में दावा किया जा रहा है कि भारत के सभी टोल प्लाजा पर पत्रकारों को टोल टैक्स पर मिलेगी छूट, जिसके लिए आईडी कार्ड दिखाना होगा आवश्यक। फैक्ट चैक में यह दावा फर्जी निकला है। सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय ने ऐसा कोई आदेश नहीं दिया है।' आपको बता दें कि देश के सभी नेशनल हाइवे पर 15 फरवरी की आधी रात से टोल पूरी तरह से कैशलेस हो गए और यहां केवल फास्टैग के जरिए से टैक्स कटता है।
एनएचआई का आदेश
राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकर यानि NHAI के आदेश के मुताबिक, कुछ ही लोगों को टोल प्लाजा पर छूट मिलती है जिनमें राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, राज्यपाल, मुख्य न्यायाधीश, मुख्यमंत्री, राज्यपाल, तीनों सेवाओं के कमांडर, भारत सरकार के सचिव तथा कैबिनेट मंत्री और अन्य कुछ गणमान्य लोग शामिल हैं।