OM Birla fake account : फर्जी सोशल मीडिया अकाउंट के जरिए लोकसभा के स्पीकर ओम बिड़ला को निशाना बनाया गया है। ओम बिड़ला ने इसकी शिकायत संबंधित अधिकारियों से की है। लोकसभा स्पीकर ने अपने एक ट्वीट के जरिए इसकी जानकारी दी है। उन्होंने कहा है कि कुछ असमाजिक तत्वों ने उनके नाम पर वाट्सएप पर एक फर्जी अकाउंट बनाकर सांसदों एवं अन्य लोगों को संदेश भेज रहे हैं। इसकी शिकायत संबंधित अधिकारियों से कर दी गई है।
स्पीकर ने कहा है कि इन मोबाइल नंबरों (7862092008, 9480918183 & 9439073870) से यदि उन्हें कोई संदेश आता है, तो वे इनपर ध्यान मत दें और इसकी सूचना उनके कार्यालय को दें। लोकसभा स्पीकर का कहना है कि फर्जी अकाउंट में उनकी तस्वीर भी लगाई गई है।
ओडिशा में रैकेट का भंडाफोड़
रिपोर्टों के मुताबिक पुलिस ने उन तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है जिन्होंने ओम बिड़ला के नाम से फर्जी अकाउंट बनाने वाले साइबर शातिरों को सिम कार्ड कथित रूप से बेचे थे। इन साइबर ठगों ने सांसदों से पैसे की मांग की थी। पुलिस का कहना है कि साई प्रकाश दास, अविनाश नायक एवं दुष्मंता साहू को रविवार को गिरफ्तार किया गया। इन सभी तीन आरोपियों को पांच दिनों की पुलिस हिरासत में भेजा गया है।
आरोपियों के पास से 14 लाख रुपए नगद बरामद
पुलिस ने ढेनकानाल में रेड के दौरान इनके पास से पहले से एक्टिवेटेड 19,641 सिम कार्ड्स, 14 लाख रुपए नगद, 48 मोबाइल फोन एवं अन्य दस्तावेज बरामद किए। पुलिस का कहना है कि एक बीएसएनल नंबर का इस्तेमाल करते हुए ढेनकानाल में सिम कार्ड को एक्टिवेट किया गया। पुलिस ने बताया कि दुष्मंत इस मामले का मास्टरमाइंड है, साई प्रकाश बीएसएनएल का डीलर और अविनाश उसका कर्मचारी है।
सिम कार्ड्स की बिक्री पर नजर रखने को कहा
क्राइम ब्रांच तीन टेलिकॉम कंपनियों के चीफ कॉमर्शियल मैनेजर, जनरल मैनेजर एवं एरिया मैनेजर से पूछताछ कर सकती है। यही नहीं पुलिस ने सभी पुलिस अधीक्षकों एवं टेलिकॉम सर्विस प्रदाताओं को प्री-एक्टिवेटेड सिम कार्ड्स की बिक्री पर नजर रखने के लिए कहा है।