तीन नए कृषि कानूनों के खिलाफ गत 26 नवंबर से दिल्ली की सीमाओं पर प्रदर्शन कर रहे किसानों को सरकार ने रविवार को पत्र लिखा। इस पत्र में सरकार ने कृषि कानूनों पर बने गतिरोध को तोड़ने के लिए अगले दौर की बातचीत की पेशकश है। सरकार ने कहा है कि किसान संगठन अपनी सुविधा के हिसाब से बातचीत के लिए तिथि का चयन कर सकते हैं। सरकार के साथ किसानों की अब तक पांच दौर की वार्ता हो चुकी है लेकिन समस्या का समाधान नहीं निकल पाया है।
किसानों की मांग है कि जब तक सरकार अपने तीनों कानून वापस नहीं लेती तब तक वे अपना आंदोलन जारी रखेंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कृषि कानूनों को किसानों के हित में बता चुके हैं। पीएम मोदी ने कुछ दिनों पहले एमपी के किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि अपने राजनीतिक स्वार्थ के लिए विपक्ष 'भ्रांतियां' फैला रहा है। पीएम ने कहा कि उनकी सरकार एमएसपी को लेकर काफी गंभीर है और एमएसपी कभी समाप्त नहीं होगी। उन्होंने कहा कि एमएसपी अगर खत्म करना होता तो उनकी सरकार स्वामीनाथन आयोग की सिफारिशें लागू ही नहीं करती। पीएम ने कहा कि उनकी सरकार ने समय समय पर एमएसपी में वृद्धि की है और किसानों से ज्यादा मात्रा फसल की खरीद की है।
किसानों का प्रदर्शन अपडेट्स
पंजाब में मंडियों को आढ़तियों ने किया बंद
आयकर विभाग की ओर से अढ़ातियों पर पड़े छापों पर पंजाब के अढ़ातियों ने नाराजगी जताई है। पंजाब के अढ़ातियों ने राज्य में मंगलवार से शुक्रवार तक सभी मंडियों को बंद करने का फैसला किया है। अढ़ातियों ने आयकर विभाग के इन छापों को दबाव बनाने की केंद्र सरकार की एक रणनीति बताई है। अढ़ातियों का कहना है कि वे किसान आंदोलन का समर्थन कर रहे हैं इसलिए सरकार उन पर दबाव बनाना चाहती है।
यातायात के लिए परामर्श जारी
किसानों के प्रदर्शन को देखते हुए दिल्ली यातायात पुलिस ने सोमवार के लिए यातायात गाइडलाइन जारी की है। यातायात पुलिस ने कहा है कि सोमवार को सिंघु, औचंडी, मनियारी एवं मंगेश बॉर्डर बंद रहेंगे। यात्रियों से लामपुर, साफियाबाद सबोली एवं सिंघु स्कूल टोल टैक्स बॉर्डर वाले रास्ते का इस्तेमाल करने के लिए कहा गया है। यातायात मुकरबा एवं जीटीके रोड से डायवर्ट किया गया है। दिल्ली से नोएडा के लिए एक तरफ का मार्ग खुला है जबकि नोएडा से दिल्ली के लिए मार्ग को बंद रखा गया है। हरियाणा से जुडे़ बॉर्डर झरोदा (केवल एक तरफ), दौराला, कापसहेड़ा, बदुसराय, राजोकरी एनएच 8, बिजवासन/बजघेड़ा, पालम विहार एवं दौंदहेडा खुले हैं। टिकरी, ढंसा बॉर्डर हर तरह के यातायात के लिए बंद हैं। झटिकारा बॉर्डर दोपहिया एवं पैदल चलने के लिए खुला है।
किसान संगठनों को सरकार का पत्र
बीकेयू पंजाब के सचिव बलवंत सिंह ने का कहना है कि हर रोज 11 किसान 24 घंटे के लिए भूख हड़ताल पर बैठेंगे। सिंघु बॉर्डर पर किसानों का आंदोलन 26वें दिन में प्रवेश कर गया है। किसान आज से भूख हड़ताल पर बैठ रहे हैं। बता दें कि अगले दौर की बातचीत के लिए सरकार ने किसान संगठनों को पत्र लिखा है। सरकार ने किसानों से वार्ता की तिथि तय करने की अपील की है।