फ्लाइंग ऑफिसर अनन्या शर्मा इसलिए खास है क्योंकि यह अपने फाइटर पायलट पिता के साथ उड़ान भरने वाली पहली महिला भारतीय पायलट बन गई हैं। यह विशेष उड़ान अनन्या ने 30 मई को भरी लेकिन जैसे ही इस उड़ान की तस्वीरें सामने आईं पिता पुत्री की यह जोड़ी अपनी विशेष उपलब्धि के लिए चर्चा में आ गई।
पिता के साथ उड़ान भरने वाली पहली महिला पायलट बनी
इन्होंने अपने पिता एयर कमोडोर संजय शर्मा के साथ हॉक 132 एयरक्राफ्ट की फॉर्मेशन में एयर फोर्स स्टेशन बिदार कर्नाटका से उड़ान भरी। दिसंबर 2021 में भारतीय वायुसेना में फाइटर पायलट के तौर पर कमीशन हुई अनन्या शर्मा ने इलेक्ट्रॉनिक्स और कम्युनिकेशन में बीटेक करने के बाद भारतीय वायु सेना में पायलट के तौर पर एंट्री ली।
बचपन से ही फाइटर पायलट बनना चाहती थी अनन्या
अपने पिता से प्रेरणा लेकर अनन्या बचपन से ही एक फाइटर पायलट बनना चाहती थी। अनन्या के पिता एयर कमोडोर संजय शर्मा 1989 में भारतीय वायु सेना मे फाइटर पायलट बने और उन्हें मिग-21 स्क्वाड्रन कमांड करने का गौरव भी प्राप्त हुआ।
भारतीय वायुसेना के इतिहास में पहली पिता पुत्री की 'फाइटर पायलट' जोड़ी
भारतीय वायु सेना में ऐसा मौका पहले कभी नहीं आया जब एक पिता और पुत्री ने एक साथ एक ही फाइटर फॉरमेशन में विमान उड़ाया हो। एयर कमोडोर संजय शर्मा को अपनी बेटी फ्लाइंग ऑफिसर अनन्या शर्मा पर जितना नाज है उतना ही हर हिंदुस्तानी को इन दोनों पर।
जल्द अनन्या की ट्रेनिंग होगी पूरी
जल्दी फ्लाइंग ऑफिसर अनन्या कर्नाटक के बिदार में अपनी एडवांस ट्रेनिंग पूरी कर लेंगी जिसके बाद वह और भी महत्वपूर्ण और बड़े फाइटर पर फाइटर प्लेंस उड़ा सकेंगी। इस ट्रेनिंग के बाद अनन्या को देश के बाकी फाइटर पायलट के साथ अहम मिशन पर भेजा जाएगा। 2016 से भारतीय वायु सेना का हिस्सा बनने वाली महिला फाइटर पायलट ने तमाम उन लड़कियों को प्रेरणा दी है जो फाइटर पायलट बन देश की वायु सेना का हिस्सा बनना चाहती है।
Pic credit- Indian Air Force