- जेएनयू छात्रों के समर्थन में पहुंची दीपिका पादुकोण
- बीजेपी नेता ने दीपिका को बताया टुकड़े टुकड़े गैंग की समर्थक
- दीपिका की मौजूदगी के दौरान कैंपस में लगे जय भीम के नारे
नई दिल्ली। जेएनयू कैंपस में हिंसा के विरोध में छात्रों का विरोध जारी है। मंगलवार को नकाबपोशों द्वारा गुंडागर्दी के विरोध में शिक्षक भी विरोध प्रदर्शन में शामिल हुए। इस आंदोलन को समर्थन देने के लिए फिल्मी जगत की मशहूर हस्ती दीपिका पादुकोण भी पहुंची। वो जेएनयू स्टूडेंट यूनियन की प्रेसिडेंट से मिलीं हालांकि उन्होंने संबोधन नहीं दिया।
यहां वे प्रदर्शन कर रहे छात्रों के समर्थन में उनके साथ खड़ी रहीं। इस दौरान छात्र जय भीम-जय भीम के नारे लगा रहे थे।कन्हैया कुमार ने छात्रों के साथ नारे लगाए। हालांकि उन्होंने यहां किसी तरह का कोई बयान जारी नहीं किया ना ही मीडिया से बात की।इस संबंध में कन्हैया कुमार ने कहा कि उन्हें नहीं पता था कि वो आईं हैं। दीपिका पादुकोण से उनकी बात नहीं हुई है।
लेकिन बीजेपी के एक नेता तेजिंदर पाल सिंह बग्गा ने कहा कि दीपिका टुकड़े टुकड़े गैंग की समर्थक हैं और लोगों को उनकी फिल्म छपाक का बहिष्कार करना चाहिए।
आपको बता दें कि फिलहाल दीपिका पादुकोण राजधानी दिल्ली में अपनी फिल्म छपाक के प्रमोशन के लिए आई हुई हैं इसी कड़ी में वे जेएनयू पहुंची थीं। गौरतलब है कि रविवार को जेएनयू परिसर में हुई हिंसा में कई छात्र गंभीर रुप से घायल हो गए थे। करीब 30 छात्रों को एम्स के ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया गया जहां उनका इलाज किया गया।
कुछ नकाबपोश लड़के और लड़कियां हथियारों से लैस जबरन कैंपस में घुस आए थे और हॉस्टलों में जा-जाकर छात्रों और प्रोफेसर के साथ बेरहमी से मारपीट की थी। जेएनयू में हुई इस हिंसा की पूरे देश में कड़ी निंदा की गई। कई राज्यों के छात्रों ने इस हिंसा के खिलाफ सड़क पर विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान बॉलीवुड से भी विरोध के स्वर उठे।
फिल्म निर्माता अनुराग कश्यप, स्वरा भास्कर, तापसी पन्नू और गीतकार विशाल दादलानी जैसे हस्तियों ने मुंबई के गेटवे ऑफ इंडिया पर विरोध प्रदर्शन किया। ये प्रदर्शन मुंबई के छात्रों ने आयोजित किया था जिसमें बॉलीवुड के बड़े-बड़े हस्तियों ने भाग लिया और छात्रों के प्रदर्शन को अपना समर्थन दिया।
5 जनवरी को जेएनयू कैंपस में हुए इस हिंसा पर फिल्म निर्माता अनुराग कश्यप ने कहा कि वे प्रदर्शन में छात्रों के साथ हैं और छात्रों के साथ हुई इस हिंसा की कड़ी निंदा करते हैं। कश्यप ने यूनिवर्सिटी कैंपस में हुई हिंसा के लिए केंद्र सरकार को जिम्मेदार बताया, वहीं गीतकार विशाल दादलानी ने कहा कि वे धर्मनिरपेक्ष भारत की रक्षा और उसके समर्थन के लिए छात्रों के साथ खड़े हैं।