गुवाहाटी : असम में लगातार दूसरी बार सत्ता पर काबिज होने वाली बीजेपी को जहां विधानसभा चुनाव में 126 में से 60 सीटों पर जीत मिली है तो वहीं उसके सहयोगी दलों असम गण परिषद (एजीपी) को 9 और यूनाइटेड पीपुल्स पार्टी (लिबरल) को 6 सीटों पर जीत हासिल हुई। कांग्रेस को 29, ऑल इंडिया यूनाइटेड डेमोक्रेटिक पार्टी (एआईयूडीएफ) को 16 और बोडोलैंड पीपुल्स फ्रंट को 4 सीटों पर जीत मिली। 1 सीट पर सीपीएम और 1 पर निर्दलीय उम्मीदवार को जीत हासिल हुई। बीजेपी को इस चुनाव में 33.21 प्रतिशत मत हासिल हुए हैं। बीजेपी के गठबंधन साझेदार असम गण परिषद (एजीपी) को 7.91 प्रतिशत वोट मिले जबकि यूपीए के प्रमुख दल कांग्रेस को 29.67 प्रतिशत और एआईयूडीएफ को 9.29 प्रतिशत मत हासिल हुए हैं।
चुनाव जीतने वाले प्रमुख चेहरों में मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल, उनके मंत्रिमंडल के साथी हिमंत बिस्व सरमा और चंद्रमोहन पटवारी, पिछली विधानसभा के अध्यक्ष हितेन्द्र नाथ गोस्वामी, एजीपी प्रमुख अतुल बोरा और सीएए-विरोधी आंदोलन के जेल में बंद नेता अखिल गोगोई शामिल हैं। हार का सामना करने वालों में असम प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष रिपुन बोरा और बीपीएफ की उम्मीदवार तथा राज्य की मंत्री प्रमिला रानी शामिल हैं।
असम की 126 सदस्यीय विधानसभा के लिए हुए चुनाव के रिजल्ट इस प्रकार हैं:-
- भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने 60 सीटें जीतीं
- भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने 29 सीटें जीतें
- ऑल इंडिया यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट ने 16 सीटें जीतीं
- असम गण परिषद ने 9 सीटें जीतीं
- यूनाइटेड पीपुल्स पार्टी, लिबरल ने 6 सीटें जीतीं
- बोडोलैंड पीपुल्स फ्रंट ने 4 सीटें जीतीं
- भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) यानी सीपीएम ने 1 सीट जीती
- निर्दलीय के खाते में 1 सीटे गई
आयोग के आंकड़ों के अनुसार 92 सीटों पर चुनाव लड़ने वाली भाजपा को 6,84,538 (33.21%) वोट मिले। 26 सीटों पर उम्मीदवार उतारने वाले क्षेत्रीय दल असम गण परिषद को 1,519,777 (7.9%) मतदाताओं ने वोट दिया। आयोग की वेबसाइट के अनुसार 08 सीटों पर चुनाव लड़ने वाली यूपीपीएल को मिले मतों के आंकड़े नहीं दिए गए हैं।
कुल 94 सीटों पर चुनाव लड़ने वाली कांग्रेस को 5,703,341 (29.7%), 14 सीटों पर लड़ने वाली एआईयूडीएफ को 1,786,551 (9.3%) जबकि दो सीटों पर उम्मीदवार उतारने वाली सीपीएम को केवल 160,758 (0.84%) वोट मिले। अन्य के खाते में 2,628,518 यानी 13.7% वोट पड़े जबकि 219,578 (1.14 प्रतिशत) मतदाताओं ने नोटा का बटन दबाया।