नई दिल्ली: देश में फैले कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में सबको मिलकर जुटना था। शुरुआत भी इसी से हुई, हर राजनीतिक दल ने, हर सरकार ने अपने-अपने स्तर पर इस जंग के खिलाफ अपनी मुहिम शुरू की। लगा कि इस मसले पर कोई भी दल और नेता राजनीति नहीं करेगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। 21 दिनों के देशव्यापी लॉकडाउन के चलते सड़कों पर आ गए मजदूरों और गरीबों को लेकर राजनीति शुरू हो गई है।
आम आदमी पार्टी और बीजेपी दोनों ही तरफ से आरोप-प्रत्यारोप का खेल चल रहा है, लेकिन इस बीच आप विधायक राघव चड्ढा के खिलाफ नोएडा में FIR दर्ज हुई है। राघव पर उत्तर प्रदेश सरकार के खिलाफ फेक न्यूज फैलाने का आरोप है। एडवोकेट प्रशांत पटेल उमराव की शिकायत पर ये एफआईआर दर्ज की गई है। उन्होंने ट्वीट किया, 'मेरी शिकायत पर AAP विधायक राघव चड्ढा के खिलाफ सीएम योगी आदित्यनाथ को बदनाम करने, शत्रुता, घृणा और दुर्भावना पैदा करने के लिए एफआईआर दर्ज की गई है। नोएडा में यू/एस 500, 505 (2) आईपीसी और धारा 66 आईटी अधिनियम के तहत FIR दर्ज।'
दरअसल उनका एक ट्वीट सामने आया है, जिस उन्होंने बाद में डिलीट कर दिया। राघव ने ट्वीट किया था, 'सूत्रों के मुताबिक योगी जी दिल्ली से UP जाने वाले लोगों को दौड़ा दौड़ा के पिटवा रहे हैं। योगी जी बोल रहे हैं कि तुम क्यों दिल्ली गए थे। अब तुम लोगों को कभी दिल्ली जाने नहीं दिया जाएगा। मेरा यूपी सरकार से अपील है ऐसा न करें, इस मुश्किल की घड़ी में लोगों की समस्याओं को बढ़ाइए मत।'
इस पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के मीडिया सलाहकार मृत्युंजय कुमार ने जवाब देते हुए कहा, 'यह सरासर झूठी खबर है, ऐसी महामारी के समय भी इनकी पार्टी गंदी राजनीति खेलने से बाज नहीं आ रही है, इतना नीचे कैसे गिर सकती है आम आदमी पार्टी? इस ट्वीट पर उत्तर प्रदेश सरकार और पुलिस निश्चित कार्यवाही करेगी।'
इसके अलावा दिल्ली के उपमुख्यमंत्री और आप नेता मनीष सिसोदिया ने योगी सरकार को घेरते हुए ट्वीट्स किए थे। उन्होंने कहा, 'मुझे बहुत दुःख है कि कोरोना महामारी के बीच बीजेपी नेता टुच्ची राजनीति पर उतर आए है। योगी आदित्यनाथ जी की सरकार ने आरोप लगाया है कि अरविंद केजरीवाल जी ने बिजली पानी काट दिया इसलिए लोग दिल्ली से जा रहे हैं। यह गम्भीरता से एक होकर देश को, बचाने का समय है, घटिया राजनीति का नहीं। आज दिल्ली के बॉर्डर पर जो लोग है वो केवल दिल्ली से नहीं हरियाणा, पंजाब, राजस्थान तक से आए लोग हैं। जो भी इस वक्त दिल्ली में है उसे छत देने और खाना देने की जिम्मेदारी हमारी है ताकि कोरोना के खिलाफ प्रधानमंत्री मोदी जी का लॉकडाउन सफल हो सके। लेकिन इससे मिलकर लड़ना होगा। हम सब भारतवासियों को मिलकर कोरोना को रोकना है। प्रधानमंत्री जी ने जिस मकसद से देश भर में लॉकडाउन लगाया है उसे सबको सफल बनाना है। सिर्फ दिल्ली नहीं देश भर के शहरों से कामगारों का विस्थापन रोकना है ताकि लॉकडाउन का मकसद सफल हो सके।'
इस पर भी मृत्युंजय कुमार ने जवाब दिया और कहा, 'दिल्ली से हो रहा ये भारी पलायन आपकी सरकार की ही देन है। इन्हें न आसरा मिला, न खाना, न पानी। मूसलाधार बारिश में सर छुपाने को छत तक नहीं..योगी सरकार ने रातों रात बसें लगाकर इनके रहने खाने की व्यवस्था की है। झूठ बोलकर फेस सेविंग मत करिए। चुल्लू भर पानी है या भिजवाऊं?
यूपी बीजेपी के प्रवक्ता डॉ. चंद्रमोहन ने भी सिसोदिया को घेरते हुए कहा, 'श्री मनीष सिसोदिया टुच्ची राजनीति आप और आपकी पार्टी करती रही है कब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ या उनकी सरकार ने ये बयान दिया है। अपनी गलती से लाखों लोगों को सड़क पर करने के लिए आपको देश से माफी मांगनी चाहिए। लेकिन आप उसके बदले झूठ की खेती कर रहे हैं। शर्म करें'