- पुलवामा एनकाउंटर में लश्कर के पांच आतंकी मारे गए
- पुलवामा के हाजिन गांव में गुरुवार रात से शुरू हुआ था ऑपरेशन
- पिछले दो महीनों में सुरक्षाबलों को बड़ी कामयाबी
पुलवामा एनकाउंटर में सुरक्षा बलों ने पांच आतंकियों को मार गिराया है। आतंकियों के खिलाफ अभियान में सेना का एक जवान भी शहीद हो गया। पुलवामा के हाजिन राजपोरा इलाके में गुरुवार देर रात से आतंकियों के खिलाफ ऑपरेशन जारी है। जम्मू-कश्मीर पुलिस के आईडी विजय कुमार के मुताबिक मारे गए पांचों आतंकियों का संबंध लश्कर से है और उनमें से एक पाकिस्तानी नागरिक है।
लश्कर के आतंकी ढेर
पुलिस का कहना है कि जैसे ही जानकारी मिली कि हाजिन राजपोरा इलाके में आतंकी छिपे हुए हैं उनके खिलाफ अभियान चलाया गया। हाजिन गांव की घेरेबंदी कर तलाशी शुरू हुई कि आतंकियों के तरफ से फायरिंग शुरू हो गई। सुरक्षाबलों का कहना है कि आतंकी घनी बस्ती में छिपे हुए थे लिहाजा आम लोगों की सुरक्षा का भी ख्याल करना जरूरी थी। एक विशेष जानकारी के आधार पर ऑपरेशन को चलाा गया है। अब तक जितने भी आतंकी मारे गए हैं उनका संबंध लश्कर ए- तैय्यबा से है।
विश्वास बहाली के लिए बढ़े कदम
भारतीय सेना ने स्थानीय लोगों और सुरक्षा बलों के बीच की खाई को पाटने के लिए शुक्रवार को जम्मू-कश्मीर के गांदरबल जिले में विभिन्न चौकियों पर महिला सैनिकों को तैनात किया है।कर्नल आर.एस. 34 असम राइफल्स के कमांडिंग ऑफिसर काराकोटी ने कहा कि असम राइफल्स की राइफल महिलाओं को गांदरबल जिले में मोबाइल वाहन चेक पोस्ट पर तैनात किया गया है।
क्षेत्र में महिला सैनिकों को राइफल महिला के रूप में भी जाना जाता है। उन्हें पहली बार कुपवाड़ा जिले में अगस्त 2020 में खुफिया रिपोटरें के बाद तैनात किया गया था, जब आतंकवादी नार्को और हथियार तस्करी के लिए महिला संचालकों को नियुक्त कर रहे थे।कर्नल काराकोटी ने कहा कि राइफल महिलाएं स्थानीय लोगों और सुरक्षा बलों के बीच पुल बन गई हैं।अधिकारी ने कहा, "हम उन्हें अन्य अभियानों के दौरान भी तैनात करते हैं। वे स्थानीय लोगों और सुरक्षा बलों के बीच एक विशेष संबंध विकसित करने में सक्षम हैं।