- देश में अब तक 30 करोड़ से अधिक लोगों का टीकाकरण हो चुका है
- 16 जनवरी 2021 से टीकाकरण की औपचारिक शुरुआत हुई थी।
- 21 जून से टीकाकरण नीति में बदलाव किया गया है।
देश में 16 जनवरी 2021 से कोरोना के खिलाफ टीकाकरण का अभियान चलाया जा रहा है। अगर आज तक के आंकड़ों को देथें तो लाभार्थियों की संख्या 30 करोड़ के पार है। अगर भारत की आबादी के लिहाज से देखें तो करीब 25 फीसद आबादी को सिंगल या डबल डोज लगाया जा चुका है। लेकिन कांग्रेस का कहना है कि केंद्र सरकार सिर्फ फर्जी दावों के साथ अपनी पीठ थपथपा रही है। लेकिन कांग्रेस के आरोपों का स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन ने अपने अंदाज में जवाब दिया।
डॉ हर्षवर्धन का तंज
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने जब कहा कि जुलाई आ गया वैक्सीन नहीं आई को इसके जवाब में स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन ने कहा कि अभी कल ही उन्होंने देश में खास तौर से जुलाई के महीने में वैक्सीन उपलब्धता के बारे में पूरे तथ्य रखें हैं। लेकिन राहुल गांधी जी आपकी समस्या क्या है, लगता है कि वो पढ़ते नहीं या समझते नहीं। घमंड या किसी से अनजान बने रहने की समस्या की कोई वैक्सीन नहीं है। कांग्रेस को अपने लीडरशिप में पूर्ण बदलाव के बारे में सोचना चाहिए।
भारत में टीकाकरण
भारत में टीकाकरण की रफ्तार पर विपक्षी दल केंद्र सरकार पर निशाना साधते रहे हैं। यह मामला जब अदालत में पहुंचा तो बेंच ने निर्देश दिए कि टीकाकरण को लेकर खासतौर पर टीका खरीद पर भ्रम की स्थिति बनी हुई है उसे दूर करने की जरूरत है। इस विषय पर पीएम नरेंद्र मोदी ने देश को दिए संबोधन में कहा कि आज के समय में कोरोना के खिलाफ लड़ाई में टीकाकरण ही बड़ा हथियार है और केंद्र सरकार अब इसमें व्यापक बदलाव करने जा रही है। केंद्र सरकार अब 75 फीसद टीकों की सीधी खरीद कर राज्यों को आपूर्ति कर रही है। इसके अलावा सरकारी स्वास्थ्य केंद्रों पर अब हर पात्र नागरिक को बिना शुल्क टीका लगाया जा रहा है।