गुवाहाटी : असम के पूर्व मुख्यमंत्री तरुण गोगोई नहीं रहे। पिछले कुछ दिनों से उनकी तबीयत खराब चल रही थी और उन्हें मशीन वेंटिलेशन सपोर्ट पर रखा गया था। अगस्त में उन्हें कोरोना का संक्रमण हुआ था। उन्हें 2 नवंबर को गुवाहाटी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल (GMCH) में भर्ती कराया गया था। शनिवार को सांस लेने में दिक्कत होने के साथ बेहोश हो गए थे। उनके कई अंगों के काम करना बंद कर दिया था, उनकी सेहत लगातार बिगड़ रही थी।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गोगोई वह 84 साल के थे। बिगड़ती हालत के बीच रविवार को उनका डायलिसिस किया गया जो छह घंटे तक कायम रहा। असम के तीन बार मुख्यमंत्री रह चुके गोगोई 25 अगस्त को कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए थे। उनकी देख भाल कर रहे चिकित्सकों ने पहले ही पूर्व मुख्यमंत्री की हालत को 'बेहद नाजुक' करार दिया था और सोमवार सुबह उनकी तबीयत और बिगड़ गई। नौ चिकित्सकों की टीम उनकी देखभाल कर रही थी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने असम के पूर्व सीएम के निधन पर शोक जताते हुए कहा कि वह एक लोकप्रिय नेता और वरिष्ठ प्रशासक थे, जिनके पास असम के साथ-साथ केंद्र में भी काम करने का वर्षों का लंबा राजनीतिक अनुभव था। उन्होंने ट्वीट कर कहा, 'तरुण गोगोई एक लोकप्रिय नेता और वरिष्ठ प्रशासक थे, जिनके पास असम के साथ-साथ केंद्र में भी काम करने का वर्षों का लंबा राजनीतिक अनुभव था। उनके निधन से गहरा धक्का लगा। दुख की इस घड़ी में मेरी संवेदनाएं उनके परिजनों और समर्थकों के साथ हैं।'
वहीं, कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं असम के पूर्व मुख्यमंत्री तरुण गोगोई के निधन पर दुख जताते हुए कहा कि गोगोई उनके लिए महान शिक्षक थे और उनका पूरा जीवन असम के लोगों को एकसाथ लाने के लिए समर्पित रहा। तरुण गोगोई के पुत्र गौरव गोगोई और परिवार के अन्य सदस्यों के प्रति संवेदना जताते हुए कांग्रेस नेता ने ट्वीट कर कहा, 'तरुण गोगोई एक सच्चे कांग्रेसी नेता थे। उन्होंने अपना जीवन असम में सभी लोगों और समुदायों को साथ लाने के लिए समर्पित कर दिया। मेरे लिए वह एक महान और विद्वान शिक्षक थे। मैंने उन्हें बहुत गहराई से प्रेम और सम्मान दिया। उनकी कमी मुझे महसूस होगी। गौरव और उनके परिवार के प्रति स्नेह और संवेदना व्यक्त करता हूं।'