नई दिल्ली : पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी गहरे कोमा में चले गए हैं। वह लगातार वेंटिलेटर सपोर्ट पर हैं। आर्मी रिसर्च एंड रेफरल हॉस्पिटल (आर एंड आर) ने बुधवार को जारी मेडिकल बुलेटिन में कहा कि वह पिछले 16 दिनों से अस्पताल में भर्ती हैं और ब्रेन सर्जरी के बाद गंभीर स्थिति में हैं।
अस्पताल के अधिकारियों ने कहा, माननीय श्री प्रणब मुखर्जी के फेफड़ों में संक्रमण हो गया है, जिसका इलाज जारी है। वहीं उनके गुर्दे की स्थिति कल से ठीक नहीं है। बता दें कि पिछले हफ्ते मुखर्जी के फेफड़ों में संक्रमण के बाद उनकी सेहत ज्यादा खराब हो गई थी। विशेषज्ञों की एक टीम लगातार उनकी निगरानी कर रही है।
पूर्व राष्ट्रपति को 10 अगस्त की दोपहर को एक जीवन रक्षक सर्जरी के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया था। तभी उनका कोविड-19 परीक्षण पॉजिटिव पाया गया था। उसके बाद से ही उनकी सेहत में कोई सुधार नहीं हुआ है।
बताया जाता है कि 13 साल पहले एक कार दुर्घटना में मुखर्जी गंभीर रुप से घायल हुए थे। सात अप्रैल, 2007 को मुर्शिदाबाद जिले से कोलकाता लौटते हुए नदिया जिले में नकाशीपाड़ा में मुखर्जी की कार दुर्घटनाग्रस्त हो गयी।
एक ट्रक ने तत्कालीन वित्त मंत्री मुखर्जी की कार को टक्कर मार दी और उनके सिर में चोट आयी।पहले उन्हें एक स्थानीय स्वास्थ्य केन्द्र ले जाया गया जहां उनके सिर पर टांके लगाए गए और उन्हें कृशनगर के सरकारी अस्पताल में भेज दिया गया।
84 साल के मुखर्जी को हाल ही में सैन्य अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उनकी मस्तिष्क की सर्जरी की गई थी। सर्जरी से पहले उनमें कोविड-19 की भी पुष्टि हुई थी।
कुछ दिनों पहले अचानक से सोशल मीडिया में प्रणब मुखर्जी के निधन की फेक खबर वायरल हो गई जिसके बाद लोग उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करने लगे। इस खबर के बाद प्रणब मुखर्जी की बेटी शर्मिष्ठा और बेटे अभिजीत ने इस तरह की खबरों का खंडन करते हुए इन्हें फेक बताया।
अस्पताल की ओर से जारी जारी नए बयान में कहा गया है, ‘पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी की हालत आज सुबह से अपरिवर्तित है। उनकी हालत स्थिर है और वेंटिलेटरी सपोर्ट बना हुआ है।'