नई दिल्ली: पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ऑस्कर फर्नांडिस का निधन हो गया है। मंगलुरु में उन्होंने आखिरी सांस ली। वह कुछ हफ्तों के लिए अस्पताल में भर्ती थे। कांग्रेस ने ट्वीट कर कहा कि श्री ऑस्कर फर्नांडीस जी के निधन से हमें गहरा दुख हुआ है, उनके परिवार के प्रति हमारी हार्दिक संवेदना है। कांग्रेस के दिग्गज, समावेशी भारत के लिए उनके दृष्टिकोण का हमारे समय की राजनीति पर बहुत बड़ा प्रभाव था। कांग्रेस परिवार को उनके मार्गदर्शन की कमी खलेगी।
इससे पहले जुलाई में मंगलुरु में डॉक्टरों ने उनके मस्तिष्क में एक क्लॉट निकालने के लिए ऑपरेशन किया था। अस्पताल की गहन चिकित्सा इकाई (ICU) में डॉक्टर उनका इलाज कर रहे थे। वहीं फर्नांडिस का नियमित अंतराल पर डायलिसिस चल रहा था।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि राज्यसभा सांसद श्री ऑस्कर फर्नांडीस जी के निधन से दुखी हूं। इस दुख की घड़ी में मेरी संवेदनाएं और प्रार्थनाएं उनके परिवार और शुभचिंतकों के साथ हैं। उनकी आत्मा को शांति मिले।
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के भरोसेमंद सहयोगी माने जाने वाले 80 वर्षीय फर्नांडिस को मंगलुरु के येनेपॉय अस्पताल में भर्ती कराया गया था। फर्नांडिस ने पहली यूपीए सरकार में परिवहन, सड़क और राजमार्ग और श्रम और रोजगार मंत्री के रूप में कार्य किया था। वह अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के केंद्रीय चुनाव प्राधिकरण के अध्यक्ष भी थे। वह पहले एआईसीसी महासचिव थे।
फर्नांडीस ने राजीव गांधी के संसदीय सचिव के रूप में भी कार्य किया। वह 1980 में कर्नाटक के उडुपी निर्वाचन क्षेत्र से 7वीं लोकसभा के लिए चुने गए थे। कर्नाटक के उडुपी से पांच बार के लोकसभा सांसद फर्नांडिस को 1999 का लोकसभा चुनाव हारने के बाद कांग्रेस ने राज्यसभा के लिए नामित किया था।