नई दिल्ली: भारत में रक्षा जगत का सबसे बड़ा मेला लखनऊ में 5 फरवरी से शुरु होने जा रहा है और इसमें दुनिया भर की दिग्गज कंपनियां अपनी सैन्य तकनीक का प्रदर्शन करके भारतीय सेनाओं को खरीद के लिए रिझाने की कोशिश करेंगीं। इस दौरान भारत भी पीछे नहीं रहेगा और डीआरडीओ सहित देश के लिए रक्षा उत्पाद बनाने और रिसर्च करने वाली एजेंसियां और कंपनियां स्वदेशी का गौरव बढ़ाते हुए अपने हथियार प्रदर्शित करेंगी।
रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) विकसित रणनीतिक और सामरिक हथियार प्रणालियों, रक्षा उपकरणों और तकनीक को 05-09 फरवरी के बीच लखनऊ में आयोजित होने वाले डेफएक्सपो 2020 में प्रदर्शित करेगा। इस दौरान आठ प्रौद्योगिकी समूह- एरोनॉटिकल सिस्टम्स, आर्मामेंट एंड कॉम्बैट इंजीनियरिंग (ACE), इलेक्ट्रॉनिक्स और कम्युनिकेशन सिस्टम्स (ECS), लाइफ साइंसेज (LS), माइक्रो इलेक्ट्रॉनिक डिवाइसेस एंड कम्प्यूटेशनल सिस्टम्स (मेड एंड सीओएस), मिसाइल और स्ट्रेटेजिक सिस्टम्स (MSS) से , नौसेना प्रणाली और मटीरियल (एनएस एंड एम) और सिस्टम विश्लेषण और मॉडलिंग (एसएएम)।
दो साल में होने वाली रक्षा प्रदर्शनी DefExpo 2020 के 11 वें संस्करण में DRDO 500 से ज्यादा स्वदेशी रूप से विकसित उत्पादों को दिखाएगा। फिलहाल संगठन एरोनॉटिकल सिस्टम (एयरो) क्लस्टर फाइटर एयरक्राफ्ट्स, यूएवी, गैस टर्बाइन इंजन टेक्नोलॉजीज, एयरबोर्न सर्विलांस सिस्टम्स, पैराशूट्स और लाइटर-थान-एयर सिस्टम्स के विकास में लगा हुआ है।
डेफएक्सपो में लड़ाकू विमान तेजस, इसके नौसैन्य संस्करण का मॉडल, एयरबोर्न अर्ली वार्निंग एंड कंट्रोल सिस्टम (AEW & C), मानव रहित ड्रोनरूस्तम- II, एडवांस्ड पाइलटलेस टारगेट एयरक्राफ्ट लक्ष्य-2, हैवी ड्रॉप सिस्टम (HDS) और लॉन्ग रेंज सब-सोनिक क्रूज मिसाइल ( निर्भय) दिखाए जाएंगे। इसके अलावा तेजस मार्क-II, तेजस Mk-1A और कावेरी इंजन के मॉडल दिखाए जाएंगे जिन पर काम हो रहा है।
थल सेना के हथियारों में पिनाका मल्टी बैरल रॉकेट लॉन्चर और धनुष तोप के अलावा इंटीग्रेटेड मल्टीफंक्शन साइट, स्मॉल आर्म्स एडवांस्ड होलोग्राफिक साइट, आई सेफ लेजर, नाइट विजन डिवाइसेज, बॉर्डर सर्विलांस सिस्टम, लेजर ऑर्डनेंस डिस्पोजल सिस्टम, लेजर डैजलर्स, ऑप्टिकल टारगेट लोकेटर और एक्सप्लोसिव डिटेक्टर को दिखाया जाएगा।