- डिफेंस एक्सपो 2020, लखनऊ की शान बनेगा अमेरिका का एफ-35 लड़ाकू विमान
- स्टेल्थ तकनीक से लैस, दुश्मन के रडार को भनक लगे बिना हमला करने की क्षमता
- भारत आने पर लग रहीं अटकलें, चीन- पाकिस्तान के पास इसकी टक्कर की कोई तकनीक नहीं
नई दिल्ली: लखनऊ में होने जा रहे डिफेंस एक्स्पो में दुनिया का सबसे ताकतवर लड़ाकू विमान F-35 शिरकत करने जा रहा है। यह अमेरिका की लॉकहीड मार्टिन की ओर से बनाया गया पांचवीं पीढ़ी का लड़ाकू विमान है जिसे दुनिया का सबसे आधुनिक लड़ाकू विमान कहा जाता है। यह स्टेल्थ तकनीक से लैस है और दुश्मन के इलाके में बिना भनक लगे हमला कर सकता है।
अमेरिकी एफ-35 फाइटर जेट के भारत आने की खबर सुनकर रक्षा जगत में दिलचस्पी रखने वाले कई लोग हैरान हुए। इससे पहले कभी भी अमेरिका और भारत के बीच इस लड़ाकू विमान की डील की संभावना को लेकर कोई बात नहीं हुई थी। न ही अमेरिका की ओर से आधिकारिक तौर पर इस विमान की भारत को पेशकश की गई थी। फिर सवाल उठता है कि अमेरिका आखिर भारत में अपना सबसे नया लड़ाकू विमान क्यों भेज रहा है। अमेरिकी एफ-35 की खूबियां और इसके भारत आने की संभावित वजहों पर एक नजर।
- जुलाई 2015 में अमेरिका सेनाओं में सेवा देना शुरु करने वाला एफ-35 अमेरिका का सबसे नया लड़ाकू विमान है जिसे दिग्गज हथियार निर्माता कंपनी लॉकहीड मार्टिन ने बनाया है। यह एक पांचवीं पीढ़ी का फाइटर जेट है।
- अनोखी खूबियां: यह विमान अपने वर्टिकल लैंड और टेकऑफ की काबिलियत के लिए खास तौर पर जाना जाता है। इसका मतलब यह विमान किसी हेलीकॉप्टर की तरह एक जगह पर हवा में ठहर सकता है और बिना रनवे के लैंड और बहुत छोटी जगह में टेकऑफ भी कर सकता है।
- स्टेल्थ तकनीक से लैस होने की वजह से यह विमान रडार की पकड़ में नहीं आता और दुश्मन को खबर लगे बगैर उस पर हमला करने की क्षमता रखता है। आधुनिक हेलमेट की वजह से इसमें बैठा पायलट विमान के आर पार देख सकता है। इसके अलावा एफ-35 कई बेहद खास खूबियों से लैस है।
- भारत ने वायुसेना के लिए करीब 126 लड़ाकू विमान खरीदने के लिए MMRCA 2.0 डील शुरु की है और इस प्रक्रिया के बीच एफ-35 के आने से भारत के इसे खरीदने की अटकलें लग रही हैं। रिपोर्ट्स के अनुसार, अमेरिका भारत को यह विमान देने की पेशकश कर सकता है।
- अगर भारत यह विमान खरीदता है तो दुनिया का पहला देश बन जाएगा जिसके पास रूस का एस-400 मिसाइल डिफेंस सिस्टम और अमेरिका एफ-35 दोनों होंगे। यह बात इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि कुछ समय पहले तुर्की के एस-400 खरीदने का फैसला करने पर अमेरिका ने उसे एफ-35 कार्यक्रम से बाहर कर दिया था।
- क्या एफ-35 दिखाकर अपग्रेड किया एफ-16 बेंचना चाहता है अमेरिका? अमेरिका ने कुछ समय पहले भारत को एफ-21 विमान बेंचने की पेशकश की थी जिसे मौजूदा एफ-16 विमान में कई बदलाव और आधुनिक तकनीक से लैस करने के बाद तैयार किया जाएगा। विमान निर्माता लॉकहीड मार्टिन के अनुसार एफ-21 में एफ-35 की कई खूबियां होंगीं।
कुछ रिपोर्ट्स की मानें तो अमेरिका एफ-35 विमान दिखाकर भारत को एफ-16 का आधुनिक वर्जन एफ-21 बेंचने के लिए प्रेरित करना चाहता है और इसीलिए यह विमान भारत भेजा गया है।