- सोमवार रात पत्रकार विक्रम जोशी को बदमाशों ने मारी थी गोली
- अस्पताल में इलाज के दौरान पत्रकार की हो गई थी मौत
- बेटियों के सामने बदमाशों ने पत्रकार के सिर में मार दी थी गोली
गाजियाबाद: नोएडा से सटे गाजियाबाद में पत्रकार विक्रम जोशी की मौत ने उनके पूरे परिवार को झकझोर कर रख दिया है। गुड़ों ने सड़क पर उनकी बेटियों के सामने पत्रकार को गोली मार दी थी जिसके बाद अस्पताल में इलाज के दौरान विक्रम जोशी की मौत हो गई थी। अब इस मामले में एक नई अपडेट सामने आ रही है कि मरने से पहले विक्रम जोशी ने अपनी बेटियों से कहा था कि 'अपनी बहनों को कभी मत छोड़ना, उनकी देखभाल करना..'
9 साल की बेटी से कही ये बात
जिस समय पत्रकार विक्रम जोशी को बदमाशों ने गोली मारी थी उस समय उसके साथ बाइक पर उसकी दो बेटियां थी। अस्पताल में मरने से पहले जोशी ने अपनी एक 9 साल की बेटी से ये कहा कि बड़े होकर एक कामयाब महिला बनना और अपनी मां व बहन को कभी मत छोड़ना..। इतना कहने के बाद ही जोशी ने दम तोड़ दिया था।
सोमवार रात बदमाशों ने मारी थी गोली
आपको बता दें कि विक्रम जोशी को सोमवार रात करीब साढ़े 10 बजे कुछ बदमाशों ने सिर में गोली मार दी थी। उस समय वह अपनी दो बेटियों के साथ बाइक पर सवार थे और अपने घर लौट रहे थे। सीसीटीवी में कैद घटना के मुताबिक कुछ बदनाश गाड़ी में आए और जोशी को चारों तरफ से घेर लिया और जब उन्होंने गुंडों को रोकने की कोशिश की तो उन लोगों ने गाड़ी को पलट कर उन पर हमला किया। इसके बाद वे जोशी के सिर में गोली मार कर वहां से भाग गए।
पुलिस को बताई थी जान के खतरे की बात
पिता को गोली लगा देख बड़ी बेटी उनके पास दौड़कर आई और मदद के लिए गुहार लगाई जिसके बाद उन्हें फौरन अस्पताल पहुंचाया गया जहां पर इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। जानकारी के मुताबिक विक्रम जोशी ने अपनी भांजी के साथ छेड़छाड़ करने वालों के खिलाफ पुलिस थाने में शिकायत की थी। इसी बात का गुस्सा लेकर आरोपियों ने उन पर हमला किया था।
बीते दिनों इस मामले में आई एक नई अपडेट के मुताबिक इस वारदात से पहले जोशी को ये आभास हो गया था कि उन पर जानलेवा हमला होने वाला है क्योंकि उन्होंने पुलिस को ये बताया था कि उसके घर के आस-पास कुछ संदिग्ध लोग घूम रहे हैं इसलिए उनकी जान को खतरा है। उनका कहना था कि उनकी शिकायत के बावजूद पुलिस ने कोई एक्शन नहीं लिया।