बिहार विधान सभा चुनाव परिणाम आने के बाद एक के बाद एक कांग्रेस (Congress) पार्टी नेतृत्व व कार्यशैली पर सवाल पर पार्टी के ही नेता सवाल उठा रहे हैं। अब कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद (Ghulam Nabi Azad) ने कहा कि चुनाव में हार से हम सभी चिंतित हैं, हमारे लोगों का जमीनी स्तर पर लोगों से संपर्क खत्म हो गया है, आजाद ने पार्टी के और भी मुद्दों को लेकर राय जाहिर की है।
गुलाम नबी आजाद ने 'वीआईपी कल्चर' को बदलने की जरूरत बताते हुए जमीनी स्तर पर पार्टी कमजोर होने की बात स्वीकार की है, आजाद ने कहा है, 'हमारे लोगों का ब्लॉक स्तर और जिला स्तर पर लोगों के साथ कनेक्शन टूट गया है, जब कोई पदाधिकारी हमारी पार्टी में बनता है तो वो लेटर पैड छाप देता है, विजिटिंग कार्ड बना देता है और वो समझता है बस मेरा काम खत्म हो गया, काम तो उस समय से शुरू होना चाहिए उन्होंने कहा कि पिछले 72 सालों में कांग्रेस सबसे निचले पायदान पर है।
उन्होंने कहा कि जब तक हम हर स्तर पर अपने कामकाज के तरीके को नहीं बदलेंगे, चीजें नहीं बदलेंगी, नेतृत्व को पार्टी कार्यकर्ताओं को एक कार्यक्रम देने और पदों के लिए चुनाव कराने की आवश्यकता है।
पार्टी के वीआईपी कल्चर की तरफ इशारा करते हुए उन्होंने कहा, '5-स्टार से चुनाव नहीं लड़े जाते,हमारे नेताओं के साथ समस्या है कि अगर टिकट मिल गया तो 5-स्टार में जाकर बुक हो जाते हैं, एयर कंडीशनर गाड़ी के बिना नहीं जाएंगे, जहां कच्ची सड़क है वहां नहीं जाएंगे, जब तक ये कल्चर हम नहीं बदलेंगे, हम चुनाव नहीं जीत सकते।'
"अब वक्त है कि हर किसी को पार्टी में पद दिया जाए"
आजाद ने कहा कि पार्टी के पदाधिकारियों को अपनी जिम्मेदारी समझनी होगी, जब तक उन्हें पदाधिकारी नियुक्त नहीं किया जाता, तब तक वे कहीं नहीं जाएंगे, लेकिन अगर सभी पदाधिकारी चुने जाते हैं, तो वे अपनी जिम्मेदारी समझेंगे, अब वक्त है कि हर किसी को पार्टी में पद दिया जाए। इससे पहले कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल अपनी असंतुष्टि खुलकर जाहिर कर चुके हैं , कपिल सिब्बल ने एक इंटरव्यू में कहा था, 'कांग्रेस पार्टी डेढ़ साल से बिना अध्यक्ष के कैसे काम कर रही है और पार्टी के कार्यकर्ता शिकायत लेकर कहां जाएं?' इससे पहले तारिक अनवर ने कहा था, राज्य में गठबंधन को अंतिम रूप देने में विलंब से चुनाव में नुकसान हुआ।