- आज जोशीमठ के करीब ग्लेशियर टूटने से भारी तबाही
- बाढ़ के रौद्र रूप के कई डरावने वीडियो आए सामने, सरकार ने जारी किए हेल्पलाइन नंबर
- प्रशासन लगातार हालात पर बनाए हुए है नजर, रेस्क्यू टीम मौके पर पहुंची
नई दिल्ली: उत्तराखंड के चमोली के पास ग्लेशियर टूटने से भारी तबाही होने की आशंका है। पीटीआई के मुताबिक, धौली गंगा नदी में भयंकर बाढ़ आने के बाद से बिजली परियोजना में कार्यरत करीब 150 कर्मचारी लापता बताए जा रहे हैं। ग्लेशियर टूटने के कई वीडियो सामने आए हैं जो बेहद डरावने हैं। वीडियो में साफ देखा जा सकता है ग्लेशियर टूटने के बाद नदी में पानी का रौद्र रूप नजर आ रहा है वो बेहद खौफनाक है। फिलहाल राहत औऱ बचाव कार्य जारी है। सीएम रावत ने बताया कि उनकी प्रधानमंत्री, गृह मंत्री तथा जल संसाधन मंत्री ने फोन पर बातकर हालात का जायजा लिया है।
गृहमंत्री अमित शाह ने ट्वीट करते हुए कहा, 'उत्तराखंड में प्राकृतिक आपदा की सूचना के सम्बंध में मैंने मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत
जी, DG ITBP व DG NDRF से बात की है। सभी सम्बंधित अधिकारी लोगों को सुरक्षित करने में युद्धस्तर पर काम कर रहे हैं। NDRF की टीमें बचाव कार्य के लिए निकल गयी हैं। देवभूमि को हर सम्भव मदद दी जाएगी।'
सरकार ने जारी किए हेल्पलाइन नंबर
मुख्यमंत्री रावत ने कहा, 'चमोली के रिणी गांव में ऋषिगंगा प्रोजेक्ट को भारी बारिश व अचानक पानी आने से क्षति की संभावना है। नदी में अचानक पानी आने से अलकनंदा के निचले क्षेत्रों में भी बाढ़ की संभावना है। तटीय क्षेत्रों में लोगों को अलर्ट किया गया है। नदी किनारे बसे लोगों को हटाया जा रहा है।' इस बीच गृह मंत्रालय भी हालात पर लगातार नजर बनाए हुए हैं। सरकार ने संकट में फंसे लोगों के लिए हेल्पलाइन नंबर भी जारी किए हैं। अगर आप प्रभावित क्षेत्र में फंसे हैं, आपको किसी तरह की मदद की जरूरत है तो कृपया आपदा परिचालन केंद्र के नम्बर 1905, 1070 या 9557444486 पर संपर्क कर सकते हैं। इसके अलावा आप +91135 2410197, +91135 2412197 और +919456596190 पर कॉल कर सकते हैं।
नंदप्रयाग में हालत सामान्य
इस बीच सीएम रावत ने बताया, 'राहत की खबर ये है कि नंदप्रयाग से आगे अलकनंदा नदी का बहाव सामान्य हो गया है। नदी का जलस्तर सामान्य से अब 1 मीटर ऊपर है लेकिन बहाव कम होता जा रहा है। राज्य के मुख्य सचिव, आपदा सचिव, पुलिस अधिकारी एवं मेरी समस्त टीम आपदा कंट्रोल रूम में स्थिति पर लगातार नज़र रख रही है।' सीएम रावत ने बताया कि जहां ये एवलांच आया है वहां ऋषिगंगा प्रोजक्ट बुरी तरह डैमेज हुआ है।