- कोविड-19 रोधी टीके की दूसरी खुराक लगनी है उन्हें प्राथमिकता दी जानी चाहिए
- केंद्र सरकार ने कहा-टीकों की बर्बादी को न्यूनतम किया जाना चाहिए
- दिल्ली में 18 से 44 वर्ष तक के लोगों के लिए कोवैक्सीन का भंडार खत्म हो गया है
नयी दिल्ली: केंद्र सरकार ने मंगलवार को कहा कि जिन लोगों को कोविड-19 रोधी टीके की दूसरी खुराक लगनी है उन्हें प्राथमिकता दी जानी चाहिए और टीकों की बर्बादी को न्यूनतम किया जाना चाहिए।टीकाकरण को लेकर दुष्प्रचार पर चिंता व्यक्त करते हुए कैबिनेट सचिव राजीव गौबा ने उल्लेख किया कि खरीदे गए सभी टीके, केंद्र सरकार व राज्य सरकारों द्वारा, वास्तव में राज्यों की जनता के लिए हैं और केंद्रीय स्तर पर कोई उपभोग नहीं है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि देश में कोविड-19 की स्थिति की समीक्षा के लिये राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के साथ 33वीं बैठक की अध्यक्षता करते हुए गौबा ने सूचित किया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश में टीके के विकास व उत्पादन के लिये अप्रैल 2020 में विशेषज्ञों का एक समूह गठित किया था और बाद में अगस्त 2020 में टीकों के वितरण के लिये विशेषज्ञों का एक और समूह गठित किया था।
दिल्ली में 18+ लोगों के लिए कोवैक्सीन का भंडार खत्म
दिल्ली में 18 से 44 वर्ष तक के लोगों के लिए कोवैक्सीन का भंडार खत्म हो गया है और जिन 125 स्थानों पर कोरोना वायरस का टीका लगाया जा रहा था उन्हें बंद करना पड़ेगा। यह बात मंगलवार को आप विधायक आतिशी ने कही।
ऑनलाइन संवाददाता सम्मेलन में आतिशी ने कहा कि दिल्ली को मंगलवार शाम तक केंद्र से कोविशील्ड की 2.67 लाख और खुराक मिलेंगी।उन्होंने कहा, 'हमारे पास 18 से 44 वर्ष तक के लोगों के लिए कोवैक्सीन का भंडार खत्म हो गया है और मंगलवार शाम के बाद 125 केंद्रों को बंद करना पड़ेगा जहां यह टीका लगाया जा रहा था।'
'कोवैक्सीन और कोविशील्ड के भंडार को पूरा किया जाए'
आम आदमी पार्टी (आप) की नेता ने केंद्र से आग्रह किया कि कोवैक्सीन और कोविशील्ड के भंडार को पूरा किया जाए, 'अन्यथा हमारे पास टीकाकरण अभियान रोकने के अलावा कोई विकल्प नहीं होगा।'
उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय राजधानी में दस मई को 1.39 लाख से अधिक लोगों को टीका दिया गया जो टीकाकरण अभियान शुरू होने के बाद एक दिन में सर्वाधिक आंकड़ा है।